
पुणे में रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ विराट कोहली ने मैच जिताऊ 122 रनों की पारी खेली. इसके साथ ही एक बार फिर विराट और सचिन के बीच तुलना शुरू हो गई है. लक्ष्य का पीछा करते हुए यह विराट की 17वीं सेंचुरी थी. उन्होंने रनों का पीछा करते हुए 17 शतक लगाने के सचिन के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली. सचिन ने जहां इतने शतक के लिए 232 पारियां खेलीं, वहीं विराट ने महज 96 पारियों में ही यह उपलब्धि हासिल कर ली. लेकिन विराट ने साफ कर दिया है कि सचिन के आंकड़ों तक पहुंचना बहुत मुश्किल होगा.
अधिक दोस्तों के करीब होने से भटकाव होता है
उन्होंने बीसीसीआई डॉट टीवी के लिए दिए इंटरव्यू में कहा- मैं भाग्यशाली हूं कि बहुत अधिक लोगों से मेरी नजदीकी नहीं है. मैं सोचता कि यह आपके लिए यह मददगार है. यदि आपके पास दोस्तों या फिर बात करने वाले लोगों की संख्या ज्यादा होती है, तो भटकाव होता है और टाइम मैनेजमेंट असंभव हो जाता है.
अपनी आकांक्षाओं को सीमित नहीं करना चाहिए
कोहली ने कहा- मैं इतना लंबा यानी 24 वर्ष तक न खेल पाऊं. निश्चित तौर पर 200 टेस्ट, 100 अंतरराष्ट्रीय शतक, ये लाजवाब आंकड़े हैं. इन तक पहुंच पाना लगभग असंभव है. लेकिन यह बात जरूर है कि मैं हमेशा से एक अंतर पैदा करना चाहता हूं. किसी को अपनी आकांक्षाओं को सीमित नहीं करना चाहिए. मेरा मानना है कि मैं खेल को एक बेहतर उपलब्धि के साथ छोड़ूं.