
ज़िला एसपी के मुताबिक शव गल चुके थे. किसी तरह की चोट का निशान उन पर नहीं पाया गया. इसलिए आशंका है कि तीनों की मौत ज़हर देने से हुई. मौके से पुलिस को हाथ से लिखा एक नोट भी मिला है. इस पर लिखा है- “मैं इसके लिए ज़िम्मेदार हूं. मैं मरने जा रहा हूं, मेरी तलाश मत करना. ” पुलिस को राम गोपाल के बड़े बेटे विकास पटेल पर तीनों की हत्या करने का शक है. वो घटना के बाद से ही लापता है.
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पुलिस की प्रारंभिक जांच के मुताबिक 24 जनवरी को कैंट क्षेत्र से एक सिक्योरिटी गार्ड को सुपरवाइज़र ने राम गोपाल के घर भेजा था. राम गोपाल के ड्यूटी पर रिपोर्ट नहीं करने की वजह से सुपरवाइज़र ने ऐसा किया. राम गोपाल भारतीय सेना से रिटायरमेंट के बाद गार्ड के तौर पर नौकरी कर रहा था.
पुलिस ने दर्ज किया हत्या का केस
गार्ड ने राम गोपाल के घर पहुंचने पर बाहर से दरवाजे पर ताला लगा पाया. गार्ड ने बताया कि उसने वहां राम गोपाल के बड़े बेटे विकास को दो और लड़कों के साथ बाइक के पास खड़े देखा. जब गार्ड ने विकास से राम गोपाल के बारे में पूछा तो उसने बताया गया कि वो देओरी गए हैं और उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ है.
राम गोपाल के ससुर ने पुलिस को बताया कि विकास का आचरण ठीक नहीं है और उसने कुछ दिन पहले पिता के खाते से 40,000 रुपए चुराए थे. दो दिन पहले जब विकास और उसके मामा के बीच वॉट्सऐप पर चैट हो रही थी तब मामा ने बाकी घरवालों के बारे में पूछा तो उसने कहा कि वो अज्ञात जगह पर गए हैं. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है और विकास की तलाश की जा रही है.
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