
सहारा-बिड़ला डायरी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता 'कॉमन कॉज' के वकील प्रशांत भूषण को पुख्ता सबूतों के साथ शुक्रवार को कोर्ट आने का निर्देश दिया है. याचिकाकर्ता ने एक कथित डायरी का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए कंपनियों से करोड़ों रुपये का घूस लेने का आरोप लगाया है.
प्रधानमंत्री पर यूं ही नहीं लगा सकते आरोप
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को इस याचिका पर सुनवाई करते हुए प्रशांत भूषण से कहा कि वह प्रधानमंत्री जैसे उच्च संवैधानिक पद पर बैठे शख्स के खिलाफ लगाए आरोपों को साबित करने के लिए ठोस सबूत लेकर आएं. कोर्ट ने कहा, 'ये आरोप गंभीर हैं और उच्च संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के खिलाफ हैं. आप देश के प्रधानमंत्री पर भी आरोप लगा रहे हैं. अभी तक आपने जो सबूत दिए हैं वे आरोप साबित करने के लिए काफी नहीं.' कोर्ट ने साथ ही कहा, 'आप अगर ऐसे ही आरोप लगाते रहेंगे तो संवैधानिक अथॉरिटी को काम करना मुश्किल हो जाएगा. हमने पहले भी कहा था कि इस मामले में कोई सबूत देंगे तो सुनवाई करेंगे.'
प्रशांत भूषण ने मांगा ज्यादा वक्त
इसके जवाब में वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि वह प्रधानमंत्री के खिलाफ आरोप नहीं लगा रहे. उन्होंने कहा, 'मेरे पास कई और दस्तावेज़ हैं, जिसको दायर करने के लिए कुछ समय दिया जाए. इनमें इनकम टैक्स विभाग की 1500 पन्नों की विस्तृत रिपोर्ट भी है, जिसका अध्यन करने के लिए समय चाहिए.
इस पर कोर्ट ने कहा हम पहले ही काफी समय दे चुके हैं. आपके ही कहने पर हमने 14 दिसंबर की तारिख तय की थी, लेकिन आप कोई ठोस सबूत नहीं ला पाए. कोर्ट ने यह भी कहा कि वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने भी कहा था की वह आज कुछ अहम सबूत पेश करेंगे, लेकिन वह तो कोर्ट ही नहीं आए.
शुक्रवार को होगी अगली सुनवाई
इसके बाद प्रशांत भूषण ने जब तेज़ आवाज़ में जिरह करनी चाही, तो अदालत ने कहा की आपके तेज़ बोलने से कोर्ट के रुख में कोई बदलाव नहीं आएगा. कोर्ट ने कहा हम आपको सिर्फ परसों तक का समय दे रहे हैं, जो लाना हो ले आइए. इस मामले की अगली सुनवाई 16 दिसंबर यानि शुक्रवार को होगी.