
कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज के आजाद कश्मीर को लेकर दिए गए बयान पर राजनातिक माहौल फिर गर्मा गया है. भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना ने सैफुद्दीन सोज के बयान की घोर निंदा की है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्विटर के जरिए सोज और कांग्रेस पर वार किया.
संबित पात्रा ने लिखा कि लश्कर ए तैयबा ने कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के बयान का पहले ही समर्थन कर दिया है और अब सैफुद्दीन सोज ने आजाद कश्मीर का राग अलापा है. पात्रा ने लिखा कि एक पाकिस्तान भारत के बाहर है और एक पाकिस्तान कांग्रेस के अंदर ही है.
पात्रा ने इसके अलावा गुलाम नबी आजाद के उस बयान पर भी हमला बोला. जिसमें आजाद ने कहा था कि सेना के ऑपरेशन में आतंकी कम और नागरिक ज्यादा मारे जा रहे हैं. उन्होंने कहा था कि पुलवामा में इन्होंने 13 नागरिक मारे और सिर्फ 1 आतंकी मारा था.
बीजेपी के अलावा शिवसेना ने भी कांग्रेस पर हमला बोला. शिवसेना नेता मनीषा कयांदे ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सैफुद्दीन सोज के बयान पर टिप्पणी करनी चाहिए. अगर सोज को पाकिस्तान और मुशर्रफ से इतना ही लगाव है तो उन्हें पाकिस्तान जाकर उनका ही नौकर बन जाना चाहिए.
कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने सैफुद्दीन सोज के इस बयान को बकवास बताया है. उन्होंने कहा कि कश्मीर में हर बार लोगों ने चुनावों में भाग लेकर ये बताया है कि उन्हें भारत के लोकतंत्र में विश्वास है. उन्होंने कहा कि ये उनका पर्सनल बयान है, पार्टी का मानना है कि कश्मीर भारत का ही हिस्सा है.
क्या कहा है सैफुद्दीन सोज ने?
सैफुद्दीन सोज ने पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कश्मीरियों को मौका मिले तो वह किसी के साथ जाने के बजाय आजाद होना चाहेंगे. सोज़ का कहना है कि मुशर्रफ का एक दशक पहले दिया गया ये बयान आज भी कई मायनों में ठीक बैठता है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि ये आजादी मिलना मुमकीन नहीं है. मेरे बयानों का पार्टी से लेना-देना नहीं है.
यहां पढ़ें पूरा बयान, कांग्रेस नेता सोज बोले- सही है मुशर्रफ का बयान, आजादी ही चाहते हैं कश्मीरी
आजतक का इंटरव्यू बीच में छोड़कर भागे
शुक्रवार सुबह जब इस मुद्दे पर आजतक ने उनसे बात की तो वह सवालों पर बौखला गए और बीच में ही इंटरव्यू छोड़ कर भाग गए. आजतक के साथ बातचीत में उन्होंने बार-बार इस बात पर जोर दिया कि कश्मीर में अगर शांति स्थापित करनी है तो हर किसी से बात करनी होगी. उन्होंने अलगाववादी नेताओं से भी बात करने का समर्थन किया. हालांकि, उन्होंने कहा कि इस बयान का उनकी पार्टी कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं है.
सैफुद्दीन सोज ने कहा कि कश्मीरी लोग ना हिंदुस्तान के साथ आना चाहते हैं ना ही पाकिस्तान के साथ, वो सब आजादी चाहते हैं. लेकिन ये आजादी नामुमकिन है.