
बॉलीवुड के मशहूर सिंगर और कंपोजर वाजिद खान ने 43 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया. उनके जाने से सफल म्यूजिक जोड़ी साजिद-वाजिद भी टूट गई. दोनों ने हिंदी सिनेमा को कई हिट गाने दिए हैं. लेकिन उनका सबसे पॉपुलर गाना रहा सलमान खान की फिल्म दबंग का टाइटल ट्रैक 'हुड़ हुड़ दबंग'. गाने के लिरिक्स एक तरफ और इसका म्यूजिक एक तरफ. दबंग का यह गाना देशभर में युवाओं के बीच काफी पॉपुलर रहा था और आज भी यह ऑल टाइम हिट में है. एक इंटरव्यू में साजिद और वाजिद ने इस गाने की मेकिंग पर बातचीत की थी. उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने इस गाने के धुन बुने थे.
दादा के दबंगई से आया धुन का ख्याल
साजिद-वाजिद ने इंटरव्यू में बताया कि वे बचपन से ही दबंग शब्द सुनते आ रहे हैं. उनके पिता उस्ताद शराफत अली खां और दादा उस्ताद अब्दुल लतीफ शानदार सिंगर और तबला प्लेयर थे. किसी भी महफिल में उनका दबदबा रहता था. दरअसल, साजिद-वाजिद किराना घराना से ताल्लुक रखते हैं. तो हुआ यूं कि दबंग की स्क्रिप्ट सुनने के बाद वाजिद को अचानक अपने दादा के उस खास शब्द 'हुड़' का ख्याल आया. उनके दादा हमेशा इस शब्द को कहा करते थे. गाने में कैरेक्टर की मांग भी कुछ दबंगई किस्म की थी. फिर दादा के उस शब्द और चुलबुल पांडे के कैरेक्टर को दिमाग में रखते हुए उन्होंने गाने को लय दिया और बन गई हुड़ हुड़ दबंग. बता दें इस गाने के बोल जलीस शेरवानी ने दिए हैं.
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मिल चुके हैं कई अवॉर्ड
साल 2010 में रिलीज दबंग फिल्म में साजिद-वाजिद म्यूजिक डायरेक्टर्स थे. इस फिल्म में अपनी बेहतरीन म्यूजिक के लिए उन्हें कई अवॉर्ड्स भी मिल चुके हैं. 2010 में इसे एल्बम ऑफ द ईयर, तेरे मस्त मस्त दो नैन के लिए म्यूजिक कंपोजर ऑफ द ईयर, बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन का फिल्मफेयर अवॉर्ड, गिल्ड अवॉर्ड, स्टार स्क्रीन अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है. हालांकि इससे पहले भी साजिद-वाजिद ने कई हिट गाने दिए हैं लेकिन दबंग के टाइटल ट्रैक को जितनी पॉपुलैरिटी मिली वह उनके दूसरे गीतों के मुकाबले कहीं ज्यादा थी.
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सलमान अपने डिसिजन को लेकर बहुत क्लीयर: साजिद-वाजिद
इंटरव्यू में साजिद-वाजिद ने सलमान के साथ काम करने को लेकर भी चर्चा की थी. उन्होंने बताया कि सलमान अपने डिसिजन को लेकर बहुत क्लीयर रहते हैं. वे गाने सुनते हैं और सुनने के बाद फाइनल डिसिजन दे देते हैं. वे आइडियाज भी सुझाते हैं. हीरोज फिल्म का गाना- 'मैं मंग्यासी मन्नाता वे मन्नाता' में एक लाइन है जहां संता-बंता चाहिए लिरिक्स आता है. यह सलमान का ही आइडिया था. उस वक्त क्रू को ये बेकार लगा लेकिन आगे चलकर यही लाइन सबसे ज्यादा लोकप्रिय हुई थी.