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अमेरिका से एयर डिफेंस सिस्टम खरीद रहा है भारत, पाकिस्तान परेशान

इस्लामाबाद में विदेश मंत्रालय प्रवक्ता आइशा फारूकी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि इस वक्त भारत को ऐसे अत्याधुनिक हथियारों की बिक्री खासकर परेशान करने वाली है, क्योंकि यह पहले से ही अस्थिर क्षेत्र को और अस्थिर कर देगा.

अमेरिका से वायु रक्षा प्रणाली खरीद रहा है भारत अमेरिका से वायु रक्षा प्रणाली खरीद रहा है भारत
aajtak.in
  • इस्लामाबाद,
  • 14 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 7:36 AM IST

  • एयर डिफेंस सिस्टम खरीद रहा है भारत
  • अमेरिका ने 1.9 अरब डॉलर में बेचने की दी मंजूरी

भारत, अमेरिका से एकीकृत वायु-रक्षा प्रणाली यानी कि एयर डिफेंस सिस्टम खरीद रहा है. पाकिस्तान इससे परेशान है. गुरुवार को उसने वायु-रक्षा प्रणाली खरीदे जाने को लेकर कहा कि यह 'पहले से अस्थिर क्षेत्र' को और अस्थिर करेगा. जाहिर है भारत अपनी वायु रक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए अमेरिका से यह खरीदारी कर रहा है. अमेरिका ने एकीकृत वायु रक्षा प्रणाली को भारत को 1.9 अरब डॉलर में बेचे जाने को मंजूरी दे दीहैं.

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भारत को उम्मीद है कि इस फैसले से सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण और हवाई हमलों से उत्पन्न खतरों का मुकाबला करने के लिए मौजूदा वायु रक्षा तंत्र का विस्तार आसान होगा.

इस्लामाबाद में विदेश मंत्रालय प्रवक्ता आइशा फारूकी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पाकिस्तान ने अमेरिकी रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी द्वारा जारी किए गए अग्रिम नोटिस को देखा है. यह नोटिस भारत को एकीकृत वायु रक्षा प्रणाली बेचे जाने की विदेशी सैन्य बिक्री की मंजूरी को अधिसूचित करता है.

उन्होंने कहा, 'इस वक्त भारत को ऐसे अत्याधुनिक हथियारों की बिक्री खासकर परेशान करने वाली है, क्योंकि यह पहले से ही अस्थिर क्षेत्र को और अस्थिर कर देगा. अमेरिका का यह फैसला दक्षिण एशिया में सामरिक संतुलन को बिगाड़ देगा और इससे पाकिस्तान और क्षेत्र के लिए गंभीर सुरक्षा निहितार्थ होंगे.'

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उन्होंने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान के खिलाफ भारत की आक्रामक नीति और भारतीय राजनीतिक और सैन्य नेताओं के धमकी भरे बयानों से पूरी तरह से अवगत है. दक्षिण एशिया हथियारों की दौड़ और टकराव का खतरा नहीं उठा सकता है. इसलिए क्षेत्र को और अस्थिर होने से रोकने का दायित्व अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर है.'

वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इस महीने होने वाली भारत यात्रा पर फारूकी ने कहा, ट्रंप ने कई मौकों पर जम्मू कश्मीर विवाद पर मध्यस्थता की पेशकश की और अब 'वादों के पूरा होने का वक्त है.'

उन्होंने कहा, 'हम उन पेशकशों को व्यावहारिक कार्रवाइयों में बदलता देखने की उम्मीद कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि राष्ट्रपति ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान जम्मू कश्मीर का विवाद उठाया जाएगा.'

और पढ़ें- अपनी हवाई ताकत बढ़ाएगा भारत, अमेरिका से खरीदेगा एअर डिफेंस सिस्टम

उन्होंने आरोप लगाया कि भारत ने इस साल नियंत्रण रेखा पर 272 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया, जिसमें तीन नागरिकों की मौत हो गई और 25 अन्य घायल हो गए.

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