
कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने ईवीएम को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि मैं ईवीएम से संतुष्ट नहीं हूं, मुझे लगता है कि इसमें कुछ न कुछ गड़बड़ी है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो गरीबों को 72000 रुपये का हक दिलाना उनकी पहेली जिम्मेदारी होगी.
उन्होंने कहा कि ''ये 2019 का चुनाव काफी महत्वपूर्ण है, ये चुनाव मोदी vs राहुल नहीं, बल्कि ये ज़मीन के लिए चुनाव हो रहा है. गांधी के विचार जिसमें हमेशा अहिंसा, सच्चाई, त्याग जैसे शब्दों पर हम ज़िंदगी जीते थे, वे खत्म हो रहे हैं. साथ ही कहा कि लोकशाही आज खतरे में है, खुले मन से आप कुछ भी नहीं कह सकते हैं, प्रेस की आजादी और अभिव्यक्ति की आजादी जैसा कुछ रहा नहीं."
सैम पित्रोदा ने कहा कि जब मैंने कुछ कहा तो मेरे बारे में प्रधानमंत्री ट्वीट कर गलत बातें फैलाने लगे, ताकि फिर से पित्रोदा नहीं बोल पाए, लेकिन मैं सच के लिए हमेशा बोलता रहूंगा और लड़ूंगा.
पित्रोदा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने रोजगार को लेकर कोई बात अपने मेनिफेस्टो में नहीं की, शिक्षा के स्थान पर ऐसे लोगों को वाइस चांसलर बनाए गए हैं जिसे शिक्षा के बारे में जानकारी भी नहीं है. कृषि, किसान के लिए लोन, किसान का फसल बीमा बड़ा मुद्दा है. आगे उन्होंने कहा कि इस सरकार ने बैंक, सीबीआई, कानूनी संस्थान सबको खत्म कर दिया है. उन्होंने कहा कि मुझे खुद नेशनल हेराल्ड केस में फंसाया गया, पांच साल में कुछ नहीं हुआ इसलिए इस बार सत्य की जीत होगी, ये गांधीजी का देश है.
हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि इस्लामिक समर्थक को लेकर कांग्रेस बहुत नरम है, तो इसके जवाब में त्रिपोद ने कहा कि ये नहीं भूलना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी ने सही वक्त पर पाकिस्तान के दो टुकड़े किए थे.