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सपा का आरोप- अखिलेश यादव की हत्या कराना चाहती है बीजेपी सरकार

कन्नौज में शनिवार को सपा के महिला सम्मेलन के दौरान अखिलेश यादव की सभा में एक युवक घुस गया था और उसने जयश्री राम के नारे लगाए थे.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (फाइल फोटो-PTI) सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (फाइल फोटो-PTI)
शिवेंद्र श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 17 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 12:40 PM IST

  • सपा बोली- अखिलेश की हत्या की साजिश रच रही बीजेपी
  • कन्नौज में अखिलेश की सभा में घुसा था युवक, लगाए थे नारे

समाजवादी पार्टी (सपा) ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर बड़ा आरोप लगाया है. सपा ने कहा कि अखिलेश यादव की बीजेपी सरकार हत्या कराना चाहती है. इसके लिए साजिश रची जा रही है. कन्नौज की सभी में बीजेपी कार्यकर्ता अवैध तरीके से पहुंचा था. इसके साथ ही सपा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एलआईयू का इंस्पेक्टर पत्रकार बनकर पहुंचा था. वहां पर डिस्टर्बेंस किया. सरकार ऐसे लोगों को सपोर्ट करते हैं, जिससे साफ है कि सरकार की मंशा क्या है.

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कन्नौज में शनिवार को सपा के महिला सम्मेलन के दौरान अखिलेश यादव की सभा में एक युवक घुस गया था और उसने जयश्री राम के नारे लगाए थे. इस दौरान उसको कार्यकर्ताओं ने पीटकर पुलिस को सौंप दिया. इसके बाद अखिलेश ने कहा था कि दो दिन पहले उन्हें फोन पर जान से मारने की धमकी मिली थी.हो सकता है, सपा के कार्यक्रम में घुसे युवक को बीजेपी के किसी नेता ने भेजा हो.

युवक ने लगाए थे जयश्रीराम के नारे

सम्मेलन में अखिलेश यादव अपनी सरकार के कामों का जिक्र कर रहे थे. इसी बीच सबसे पीछे खड़े एक युवक ने सवाल कर दिया कि बेरोजगारों के लिए क्या किया? पूर्व मुख्यमंत्री ने उसे आगे आने को कहा. युवक आकर जवाब सुनने के बजाय बैरिकेड पर चढ़कर 'जय श्रीराम' के नारे लगाने लगा. कार्यकर्ताओं ने उसकी पिटाई कर दी.

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नाराज अखिलेश ने लगाई थी फटकार

इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी जान को खतरा होने की बात कही और बताया कि दो दिन पहले किसी ने फोन कर उन्हें जान से मारने की धमकी दी. सुरक्षा में चूक से नाराज अखिलेश ने मौके पर तालाग्राम थाना प्रभारी को जमकर फटकार लगाई. कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि युवक से पूछताछ हो रही है कि वह वहां क्यों गया था.

पुलवामा आतंकी हमले का उठाया था सवाल

अखिलेश यादव ने सम्मेलन में कहा था कि अमेरिका का सूचना तंत्र विकसित है, वह बता सकता है, लेकिन हमारे देश की सरकार को नहीं पता है कि पुलवामा में आरडीएक्स भरी गाड़ी किधर से आई थी, कौन लाया, किसने लाने दिया और किसकी लापरवाही से 40 जवान शहीद हो गए. सरकार इसकी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने के बजाय सीएए, एनआरसी व एनपीआर लाकर इन सबसे ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है.

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