
गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में मचे भगदड़ के बीच शनिवार को अचानक लखनऊ में भी सियासी हलचल तेज हो गई. सपा और बसपा के कई नेताओं के इस्तीफे अचानक सामने आने लगे. अखिलेश के करीबी कहे जाने वाले बुक्कल नवाब जैसे सपा नेता ने भी पार्टी में घुटन की बात कह इस्तीफा दे दिया. इतना ही नहीं बीजेपी में जाने की मंशा भी जताई और मोदी-योगी के काम की तारीफ भी की. सपा के दो एमएलसी और बसपा के एक एमएलसी का इस्तीफा सामने आ गया.
कई और नेता लाइन में
सपा एमएलसी बुक्कल नबाव और यशवंत सिंह का इस्तीफा सामने आया तो वहीं बसपा एमएलसी जयवीर सिंह ने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया. सूत्रों के मुताबिक एक और सपा एमएलसी सपा छोड़ सकता है. ये सभी नेता जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. इतना ही नहीं सपा के तीन विधायकों के भी भाजपाई खेमे में शामिल होने की अटकलें लग रही हैं.
क्या होगा बीजेपी पर असर?
सपा-बसपा खेमे से हुए इन तीन इस्तीफों से एमएलसी यानी यूपी विधानपरिषद में तीन सीटें खाली होंगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा को विधानमंडल की सदस्यता लेनी होगी. इन सीटों पर अब बीजेपी ने इन तीन शीर्ष नेताओं की एंट्री हो सकती है. लोकसभा की सदस्यता छोड़ने के बाद इन तीनों को विधानमंडल की सदस्यता लेनी होगी. हाल-फिलहाल में कोई और चुनाव नहीं होने वाला है यानी तीनों की एंट्री MLC के इस्तीफ़े से ख़ाली हुई सीटों के जरिए कराई जा सकती है.
सपा की क्या आई प्रतिक्रिया
सपा नेताओं के अचानक पार्टी छोड़ने को लेकर समाजवादी पार्टी की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है. पार्टी में टूट पर सपा नेता नरेश अग्रवाल ने कहा- कुछ लोग होते हैं मौकापरस्त, फायदे के लिए बदल लेते हैं पाला.. इससे पार्टी पर असर नहीं पड़ने वाला.
ये सपा का अंदरूनी मामला- बीजेपी
वहीं बीजेपी ने इन इस्तीफों का बीजेपी से संबंध होने से इंकार किया है. पार्टी नेता और यूपी सरकार में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि इन इस्तीफों के बारे में अखिलेश यादव ही जवाब दे सकते हैं ये उनकी पार्टी का अंदरूनी मामला है.