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सपा में याद रखी जाएगी ये काली रात....यूपी की मजबूरी है, 'जगत चाचा' जरूरी है

समाजवादी पार्टी के इतिहास में गुरुवार की रात याद रखी जाएगी. क्‍योंकि ये संकट मुलायम सिंह के सामने अब तक का सबसे बड़ा सकंट है. 96 घंटे से चाचा, भतीजे के बीच उपजी रार थमने का नाम नहीं ले रही है. 72 घंटे बाद मुलायम सिंह के हस्‍तक्षेप के बाद लग रहा था कि मामला अब कुछ सुधरने वाला है लेकिन ये और बिगड़ गया.

शिवपाल सिंह यादव शिवपाल सिंह यादव
सबा नाज़
  • नई दिल्‍ली,
  • 16 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 3:08 PM IST

समाजवादी पार्टी के इतिहास में गुरुवार की रात याद रखी जाएगी. क्‍योंकि ये संकट मुलायम सिंह के सामने अब तक का सबसे बड़ा सकंट है. 96 घंटे से चाचा, भतीजे के बीच उपजी रार थमने का नाम नहीं ले रही है. 72 घंटे बाद मुलायम सिंह के हस्‍तक्षेप के बाद लग रहा था कि मामला अब कुछ सुधरने वाला है लेकिन ये और बिगड़ गया.

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दरअसल गुरुवार शाम साढ़े सात बजे के आसपास अपने भतीजे और यूपी के सीएम अखिलेश यादव के घर उनके चाचा शिवपाल उनसे मिलने के लिए पहुंचते हैं. सूत्रों की मानें तो इस मुलाकात में कुछ सुलटता न देख शिवपाल वापस आते हैं और सपरिवार पार्टी और कैबिनेट से इस्‍तीफा दे देते हैं. इसके बाद शुरू होता है सपा और लखनऊ में शिवपाल के घर के बाहर हाईवोल्‍टेज ड्रामा....

1. जैसे ही इस्‍तीफे देने की खबर लीक हुई वैसे ही शिवपाल के घर के बाहर समर्थकों का जमावड़ा लग गया और जबरदस्‍त तरीके से नारेबाजी होने लगी.

2. शिवपाल के समर्थकों की तादाद में विधायक, मंत्री, गली और गांव के नेता हैं. जमीन से जुड़े अपने इस नेता के समर्थन के लिए जमावड़ा काफी बड़ा हो गया.

3. चाचा तुम संघर्ष करो हम तुम्‍हारे साथ हैं. यूपी की मजबूरी है शिवपाल यादव जरूरी है...जैसे नारों से शिवपाल के घर के आसपास का माहौल गूंज उठा.

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4. थोड़ी देर बाद शिवपाल घर के बाहर निकले और उन्‍होंने उनसे कहा कि आप लोग अभी जाइए और सो जाइए.

5. नारेबाजी और तेज हो गई. फिर इसके बाद शिवपाल ने दो कार्यकर्ताओं का हाथ पकड़कर कहा कि आप जाइए. यकीन मानिए हम आपके साथ हैं और जो आप सब कहेंगे हम करेंगे. अभी आप भी जाइए और आराम करिए.

6. चाचा हम नहीं जाएंगे....भैया हम नहीं जाएंगे जैसे बोल फिर सुनाई देने लगे. करीब दस मिनट बाद शिवपाल अंदर चले गए. और उनके समर्थकों की भीड़ थोड़ी छंटने लगी.

7. सुबह होते ही फिर समर्थकों की भीड़ घर के बाहर जुटने लगी. और माहौल फिर रात जैसा हो गया.

8. रिपोर्टों की मानें तो करीब दो दर्जन विधायक शिवपाल के घर के बाहर पहुंच चुके हैं. पर अभी सीधे तरीके से कोई सामने नहीं आ रहा.

9. सुबह पौने दस बजे शिवपाल अपने घर से बाहर निकले और अपने समर्थकों से कहा कि नेताजी जो कहेंगे वो ही मैं करूंगा.

10. हमेशा की तरह उन्‍होंने कहा कि मैं नेताजी का हर आदेश मानूंगा और उनके किसी भी आदेश को मैं चुनौती नहीं दूंगा. आज हमारी उनसे बातचीत है. मामला सब सुलझ जाएगा. आप परेशान न हों.

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