
टीम इंडिया के सीनियर सेलेक्शन कमिटी के अध्यक्ष संदीप पाटिल ने गुरुवार को विनम्र अंदाज में ये साफ कर दिया कि तेज गेंदबाजों को लेकर उनकी राय वनडे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से बिल्कुल अलग है. इसके अलावा उन्होंने टीम में हरभजन सिंह की वापसी पर भी खुशी जाहिर की है.
'उम्र नहीं फिटनेस होगा चयन का मानदंड'
उन्होंने कहा, 'उम्र कभी चयन का मानदंड नहीं होगा लेकिन फिटनेस होगी.' पाटिल ने रिजर्व विकेटकीपर को लेकर घुमा फिराकर जवाब दिया लेकिन टेस्ट कप्तान के रूप में धोनी के कार्यकाल से विराट कोहली का कार्यकाल कैसे अलग होगा इस पर उनकी राय साफ थी. पाटिल से जब चार तेज गेंदबाजों वाले आक्रमण के बारे में पूछा गया जिनकी धोनी ने आलोचना की थी, उन्होंने कहा, 'महेंद्र सिंह धोनी ने क्या कहा था मैं उस पर बात नहीं कर रहा हूं. लेकिन हम सही संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके अलावा श्रीलंका के विकेटों देखकर हमें लगता है कि यह बेस्ट बॉलिंग अटैक है. हम सभी चयनकर्ताओं को लगा कि हमें इसी आक्रमण के साथ आगे बढ़ना चाहिए.'
'कप्तान के पास टिप्पणी के सारे अधिकार'
चयन समिति के अध्यक्ष से जब पूछा गया कि क्या वह बहुत अधिक तेजी पर जोर देने संबंधी धोनी के बयान से आहत हुए थे तो उन्होंने विनम्र लेकिन कूटनीतिक जवाब दिया. पाटिल ने कहा, 'कप्तान के पास टिप्पणी करने के सभी अधिकार होते हैं और हमें इस पर कोई आपत्ति नहीं है. बीसीसीआई इस पर प्रतिक्रिया कर सकता है.' पाटिल ने कहा, 'हमने जितने सर्वश्रेष्ठ कप्तान देखे हैं उनमें महेंद्र सिंह धोनी भी एक है और उन्हें गेंदबाजों को लेकर टिप्पणी करने का पूरा अधिकार है.'
'जिंबाब्वे दौरे पर युवाओं ने प्रभावित किया'
लेकिन पाटिल ने कहा कि उन्होंने बांग्लादेश और जिंबाब्वे सीरीज के प्रदर्शन पर चर्चा की थी. उन्होंने कहा, 'हमने प्रदर्शन पर चर्चा की. इन दोनों दौरों पर मेरे साथी चयनकर्ता गए थे और उन्होंने अपना फीडबैक दिया. चयनसमिति की बैठक से पहले हम हमेशा बात करते हैं कि हमें केवल बैठ कर टीम का चयन नहीं करना है. अगर कोई विभाग अच्छा नहीं कर रहा है तो हम उसके कारणों की समीक्षा करते हैं. जिंबाब्वे में हमने युवा खिलाड़ियों और नए कप्तान अंजिक्य रहाणे की अगुवाई में अच्छा प्रदर्शन किया.'
'कप्तान बदलने से टीम भी बदलती है'
पाटिल से जब पूछा गया कि धोनी के विश्वसनीय खिलाड़ी जैसे कि सुरेश रैना और रविंद्र जडेजा को कोहली की टीम में जगह नहीं मिली, उन्होंने कहा, 'देखिए कप्तान बदलने पर टीम में भी कुछ बदलाव होगा. हर कप्तान की टीम की अगुवाई करते हुए अपनी अलग तरह की सोच होती है. कोई आक्रामक कप्तान होता है और कोई रक्षात्मक. कप्तान का रवैया उस खास दौर को परिभाषित करता है.'
उन्होंने कहा, 'हमें उम्मीद है कि विराट अच्छा प्रदर्शन करेगा लेकिन हम भविष्य के बारे में कुछ नहीं कह सकते. जब सचिन (तेंदुलकर), दादा (सौरव गांगुल), राहुल (द्रविड़) और वीवीएस (लक्ष्मण) ने संन्यास लिया तो हमें कभी विश्वास नहीं था उनकी जगह हमें अच्छे खिलाड़ी मिल जाएंगे लेकिन हमें अच्छे खिलाड़ी मिले.'
'भज्जी की वापसी दमदार रही'
हरभजन के बारे में पाटिल ने कहा, 'हरभजन ने दमदार वापसी की है. मैं लगातार कहता रहा हूं कि हर घरेलू खिलाड़ी का प्रतिनिधित्व करना हमारा काम है. हरभजन ने जैसी वापसी की उससे हम चयनकर्ता खुश हैं. हमें उम्मीद है कि हमारा स्पिन आक्रमण भज्जी, अश्विन और अमित मिश्रा अच्छा प्रदर्शन करेंगे.'
'अमित हमेशा से रणनीति का हिस्सा रहे हैं'
उन्होंने कहा कि मिश्रा हमेशा उनकी रणनीति का हिस्सा था. पाटिल ने कहा, 'अमित मिश्रा हमेशा हमारी योजना का हिस्सा था. हमारा काम उन्हें सर्वश्रेष्ठ 15 खिलाड़ी देना है. ए को क्यों चुना गया और बी को क्यों नहीं हम इस पर नहीं जाते. श्रीलंका की परिस्थितियों को देखते हुए और उन्होंने लेग स्पिनर (पाकिस्तान के यासिर शाह) को कैसे खेला, इसको ध्यान में रखकर अमित के नाम पर हम विचार कर रहे थे.'
साहा के स्टैंडबाय ओझा या पार्थिव
सीरीज में दूसरे विकेटकीपर के बारे में पाटिल ने किसी का नाम नहीं लिया. उन्होंने कहा, 'हमारे दिमाग में स्टैंड बाई के रूप में एक नाम था और हमने सचिव से इस बारे में बात की. अगर विकेटकीपर (साहा) चोटिल हो जाता है तब हम जानते हैं कि हम किसका चयन करेंगे. यह नमन ओझा या पार्थिव पटेल में से कोई हो सकता है क्योंकि दिनेश कार्तिक श्रीलंका टेस्ट सीरीज के दौरान ही स्क्वाश खिलाड़ी दीपिका पल्लिकल से विवाह बंधन में बंधेंगे.'