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विश्व की सर्वोच्च वरीयता प्राप्त महिला युगल जोड़ी भारत की सानिया मिर्जा और स्विट्जरलैंड की मार्टिना हिंगिस का सफर गुरुवार को साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट विंबलडन के महिला युगल वर्ग के क्वार्टर फाइनल से खत्म हो गया.
सीधे सेटों में सानिया-हिंगिस की हार
मौजूदा विजेता सानिया-हिंगिस की जोड़ी को क्वार्टर फाइनल में हंगरी की टिमीया बाबोस और कजाकिस्तान की यारोस्लाव श्वेदोवा ने एक घंटे आठ मिनट तक चले मुकाबले में सीधे सेटों में 6-2, 6-4 से मात दी. सेमीफाइनल में बाबोस और श्वेदोवा का सामना राक्वेल आटावो और एबिगेल स्पीयर्स की अमेरिकी जोड़ी से होगा.
विंबलडन में प्रदर्शन औसत
इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब अपने नाम करने वाली सानिया-हिंगिस की जोड़ी इस मैच में अपने उस खेल का प्रदर्शन नहीं कर पाई जिसके लिए वह जानी जाती हैं. इस हार के साथ ही इस जोड़ी का साल का दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने का सपना भी टूट गया. सानिया-हिंगिस की जोड़ी ने लगातार 41 जीत अपने नाम दर्ज कर रिकार्ड कायम किया था. कतर ओपन के क्वार्टर फाइनल में हार के बाद सानिया-हिंगिस का विजयी रथ रूका था.
सेरेना ने ली फाइनल में एंट्री
वहीं मौजूदा चैम्पियन और विश्व की सर्वोच्च वरीयता प्राप्त महिला टेनिस खिलाड़ी अमेरिका की सेरेना विलियम्स ने विंबलडन के फाइनल में प्रवेश कर लिया. सेंटर कोर्ट पर खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में सेरेना ने 50वीं वरीय रूस की एलेना वेस्निना को महज 48 मिनट में 6-2, 6-0 से ढेर कर दिया.
अब तक 6 बार खिताब जीत चुकी हैं सेरेना
नौवीं बार फाइनल में पहुंचने वाली सेरेना ने 6 बार यह खिताब अपने नाम किया है जबकि दो बार वह उपविजेता रही हैं. पहली बार उन्होंने 2002 में विंबलडन का खिताब अपने नाम किया था. फाइनल में उनका सामना जर्मनी की ऐंजेलिक केर्बर और अपनी बड़ी बहन वीनस विलियम्स के बीच होने वाले मैच की विजेता से होगा.