
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) ने जिस दिन अपने मुखपत्र 'पांचजन्य' में बॉलीवुड के 'खलनायक' संजय दत्त की आर्म्स एक्ट के तहत दोषी ठहराए जाने के लिए जमकर आलोचना की, उसी दिन संजय दत्त ने माना कि उन्होंने एक AK-56 राइफल और कार्टरिज आदि अपने पास रखकर गलती की थी. लेकिन साथ ही संजय ने ये भी कहा कि वो आतंकवादी नहीं हैं क्योंकि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें TADA (टेररिस्ट एंड डिसरप्टिव एक्टिविटीज) एक्ट से जुड़े सभी मामलों में बरी किया है. टाडा 1985 से 1995 के बीच देश में लागू था.
'पांचजन्य' में संजय पर बनी बायोपिक फिल्म 'संजू' में अंडरवर्ल्ड और अभिनेता के खराब पहलुओं का 'महिमामंडन' किए जाने पर भी निशाना साधा गया है. 'संजू' बॉक्स ऑफिस पर 300 करोड़ के आंकड़े को पार करने जा रही है.
इंडिया टुडे के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में संजय दत्त ने कबूल किया कि AK-56 को अपने पास रखना भूल थी. जब संजय दत्त से पूछा गया कि राइफल को पास रखते हुए उनके जेहन में क्या चल रहा था और उन्हें क्यों असॉल्ट राइफल की जरूरत महसूस हुई थी, तो उन्होंने कहा, 'ये गलती थी. मैं ये नहीं कह रहा कि मैंने सही काम किया था. मैं अपने किए का भुगत चुका हूं.'
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संजय दत्त जल्द ही बड़े पर्दे पर 'साहेब, बीवी और गैंगस्टर 3' में विलेन का किरदार निभाते नजर आएंगे. जब संजय दत्त से इंटरव्यू में उनके 1993 के खुद के दिए बयान के बारे में पूछा गया कि तब डी-कंपनी से जुड़ा कुख्यात अबू सलेम उनके घर पर जनवरी 1993 में मैगनम वीडियो के मालिकों- समीर हिंगोरा और हनीफ कड़ावाला के साथ तीन AK-56 की डिलीवरी करने आया था, तो उन्होंने कहा, 'मैं नहीं जानता कि कौन मेरे घर आया था, मैं अबू सलेम के बारे में नहीं जानता.'
मुन्नाभाई सीरीज की फिल्मों से खास पहचान बनाने वाले संजय दत्त को जब मुंबई के तत्कालीन ज्वाइंट कमिश्नर (क्राइम) एमएन सिंह के एक बयान का हवाला दिया गया तो उन्होंने हैरानी जताई. एमएन सिंह ने जाने माने पत्रकार शेखर गुप्ता से कहा था कि अगर संजय दत्त ने राइफल को छुपाने की जगह अपने पिता सुनील दत्त को बता दिया होता तो मुंबई में धमाकों को रोका जा सकता था. इस पर संजय दत्त ने कहा, 'वाह! एमएन सिंह ने ऐसा कहा? आप उन्हीं से क्यों नहीं पूछते. वो ऐसा कहकर फिर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ जा रहे हैं.'
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संजय दत्त ने राइफल को छुपाने की बात से इनकार किया. संजय ने साथ ही एमएन सिंह को अपने इस दावे को लेकर बहस की चुनौती भी दी. संजय दत्त ने कहा, 'आप क्या समझते हैं कि मैं कैसे गिरफ्तार हुआ? आइए बहस करते हैं. ये हैरान करने वाला है. कैसे एक प्रतिष्ठित पुलिस अधिकारी इतनी हल्की बात कर सकता है.'
80 और 90 के दशकों में अभिनेताओं के लिए दुबई में दाऊद इब्राहिम जैसे खतरनाक गैंगस्टर्स के साथ दुबई में पार्टियों में दिखना आम समझा जाता था. लेकिन अब फिल्म स्टार्स अपनी छवि को लेकर अधिक सतर्क हैं. इस सवाल पर संजय दत्त ने कहा, 'मैं इस पर कमेंट नहीं कर सकता. लेकिन हां, डर का फैक्टर रहता है क्योंकि हम सभी की पहुंच में होते हैं. मैं फिल्म इंडस्ट्री का बचाव नहीं कर रहा, लेकिन मैं कभी भी ऐसी पार्टियों में मौजूद नहीं रहा.'
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कुछ आलोचकों का कहना है कि फिल्म 'संजू' के जरिए संजय दत्त की ज़िंदगी से जुड़े स्याह पहलुओं को धोकर सफेद बनाने की कोशिश की गई है. इस पर संजय दत्त ने खुद ही सवाल के लहजे में कहा, 'कोई भी मेरी छवि को साफ करने के लिए क्यों 30-40 करोड़ रुपए खर्च करेगा?'
क्या 'संजू' में असली संजय दत्त दिखाया गया या उनके 'डार्क सीक्रेट्स' को सीक्रेट ही रखा गया, इस सवाल पर संजय दत्त ने कहा, 'मेरे कभी डार्क सीक्रेट्स नहीं रहे.'
'संजू' फिल्म में दावा किया गया है कि अभिनेता के 308 महिलाओं के साथ रिश्ते रहे? क्या इसकी उन्होंने गिनती रखी? ये पूछे जाने पर संजय दत्त ने कहा, 'मैं महसूस करता हूं कि ऐसा किया जाना चाहिए था या ऐसा हो सकता था. मुझे नाम याद नहीं हैं. मैंने ऐसी कोई डायरी भी नहीं रखी.'
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संजय दत्त ने कहा कि 'संजू' में उनका किरदार निभाने वाले रणबीर कपूर की जिंदगी में भी 10 से ज्यादा महिलाएं रही होंगी जो युवा एक्टर के उस बयान से मेल नहीं खाता कि उन्होंने संजय दत्त के 308 की तुलना में 10 से ज्यादा के आंकड़े को पार नहीं किया.संजय दत्त ने माना कि संजू को देखते हुए वे भावुक हो गए थे और आखिरकार आंसुओं पर काबू नहीं पा सके. संजय दत्त ने कहा, 'अपनी जिंदगी को दोबारा जीना मुश्किल था. फिल्म को देखते हुए मैंने लंबे समय तक अपने जज्बात पर काबू पाने की कोशिश की. फिल्म खत्म होने के बाद मैंने राजू (निर्देशक राजू हिरानी) और विनोद (निर्माता विधू विनोद चोपड़ा) के हाथों को पकड़ा और रोने लगा.'
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तो संजय दत्त जैसे खुद हैं क्या रणबीर उससे आधा भी अच्छा भी कर पाए? इस सवाल के जवाब में संजय दत्त ने कहा, 'वो कहीं-कहीं ज्यादा बेहतर हैं. जिस तरह उन्होंने किरदार को उकेरा वो साबित करता है कि रणबीर बहुत उम्दा अभिनेता हैं.'संजय दत्त ने युवा वर्ग को भी खास नसीहत दी. कभी खुद ड्रग्स की लत का शिकार रह चुके संजय दत्त ने कहा, 'जिंदगी, काम और जिम पर हाई रहो, ड्रग्स पर नहीं. 35 साल से ज्यादा हो गए है मुझे ड्रग्स को छुए. मुझे तलब उठती थी लेकिन मैं अपना दिमाग जिम की ओर मोड़ देता था.'