
कोरोना संकट के बीच एक बार फिर राम मंदिर निर्माण को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. एनसीपी नेता शरद पवार ने राम मंदिर के भूमि पूजन की टाइमिंग पर सवाल उठाया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कस दिया. जिसके बाद से ही बयानजारी जारी है. अब महाराष्ट्र में एनसीपी के साथ सरकार चला रहे शिवसेना नेता संजय राउत ने भी इसपर बयान दिया है.
शिवसेना नेता संजय राउत का कहना है कि हमें अयोध्या जाने के लिए किसी के निमंत्रण की जरूरत नहीं है, हम बार-बार अयोध्या जाते हैं. राम मंदिर निर्माण के लिए जो भी बाधाएं आई थीं, उनका रास्ता साफ करने का काम शिवसेना ने किया है.
शरद पवार के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि शरद पवार की एक भूमिका रही है, लेकिन मोदीजी ने कहा है कि कोरोना के खिलाफ विश्व से डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. ऐसे में ये कोई धार्मिक विषय नहीं है.
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दरअसल, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि कुछ लोग सोचते हैं कि राम मंदिर बनाने से कोरोना खत्म हो जाएगा, अभी कोरोना वायरस से जंग लड़ने की जरूरत है. इसी के बाद से ही बयानबाजी शुरू हो गई थी, पहले कांग्रेस का बयान आया और फिर बीजेपी की ओर से पलटवार किया गया.
बीजेपी नेता उमा भारती ने कहा है कि शरद पवार ने सिर्फ नरेंद्र मोदी के खिलाफ नहीं बल्कि भगवान राम के विरोध वाली बात की है. दूसरी ओर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शरद पवार के बयान का समर्थन किया है और कहा है कि काश मोदी-शाह आपकी बात मान लेते.
आपको बता दें कि बीते दिनों राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक में भूमि पूजन की तारीख पर चर्चा हुई थी. इसमें पांच अगस्त की तारीख सामने आई है, जिसमें कहा जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करने के लिए अयोध्या जा सकते हैं.