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असम को लेकर सर्बानंद सोनोवाल का एक्शन प्लान तैयार, दो साल में घुसपैठ पर लगाम

असम के भावी मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शनिवार को कहा कि घुसपैठ पर रोक लगाने के लिए बांग्लादेश से लगती सीमा को दो साल के अंदर सील कर दिया जाएगा.

अमित कुमार दुबे/BHASHA
  • दिसपुर,
  • 21 मई 2016,
  • अपडेटेड 6:25 PM IST

असम के भावी मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शनिवार को कहा कि घुसपैठ पर रोक लगाने के लिए बांग्लादेश से लगती सीमा को दो साल के अंदर सील कर दिया जाएगा. 1980 के दशक के दौरान हुए विदेशी विरोधी आंदोलन के दौरान हुए छात्र आंदोलन से राजनीतिक पटल पर उभरे सोनोवाल ने चुनाव में बीजेपी को जीत दिलाई. उन्होंने घुसपैठ और उसे रोकने की कोशिश के मुद्दे को अपनी सरकार की प्राथमिकता में रखा है. बीजेपी ने घुसपैठ को चुनाव अभियान में एक बड़ा मुद्दा बनाया था.

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राजनाथ ने सीमा सील के लिए दिया 2 साल का वक्त
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा 'केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा को स्थायी तौर पर सील करने के लिए दो साल की समय सीमा दी है, हम उस समयसीमा के अंदर सीमा को सील करने का कार्य पूरा करने की दिशा में काम करेंगे, जिसमें नदी की सीमा भी शामिल है.' उनसे पूछा गया था कि वह किस तरह से भारत बांग्लादेश सीमा को सील करना चाहेंगे.

राजनाथ सिंह ने इस साल जनवरी में दक्षिणी असम के करीमगंज जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर अपने दौरे के दौरान कहा था कि असम के साथ लगती सीमा पर कांटेदार तार की बाड़ के निर्माण का काम इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा. उन्होंने कहा था कि जैसे की सीमा को स्थायी तौर पर सील किया जाएगा वैसे ही घुसपैठ की प्रवृत्ति खुद ब खुद रूक जाएगी. साथ ही साथ हम घुसपैठ रोकने के लिए लोगों को जागरूक करेंगे.

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घुसपैठ रोकने के लिए नागरिक की होगी पहचान
सोनोवाल से पूछा गया कि बांग्लादेश से घुसपैठ रोकने के लिए वह कौनसा तरीका या कानून लागू करना चाहेंगे क्योंकि वह अब निरस्त हो चुके आईएमडीटी कानून के खिलाफ थे, तो सोनोवाल ने कहा 'जब असम में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर में चल रहे सुधार का अंतिम रूप प्राकशित होगा तो यह साफ हो जाएगा कि कौन नागरिक हैं और घुसपैठियों की पहचान हो जाएगी. उन्होंने कहा कि समस्या हल हो जाएगी और तब मौजूदा कानून के मुताबिक घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

सीमा पर समारोह की तैयारी
सोनोवाल ने कहा कि 'पंजाब में पाकिस्तान के साथ वाघा सीमा की तरह ही हम भी असम में भारत बांग्लादेश सीमा पर समारोह करेंगे. हम इसे एक पर्यटन स्थल बनाएंगे जहां लोग आ सकें और समारोह देख सकें.' चुनाव में जीत का श्रेय सोनोवाल ने अपनी पार्टी और गठबंधन साझेदारों को दिया जो सभी जातीय समूहों को एक साथ लाए और उन्हें उचित सम्मान तथा प्रतिनिधित्व दिया. उन्होंने कहा कि यहां के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास मॉडल को स्वीकारा जो केंद्र के विकास कार्यक्रमों को सीधे राज्य से जोड़ता है.

कांग्रेस शासन में असम का विकास नहीं
उनसे पूछा गया कि क्या सत्ता विरोधी लहर और मतदाताओं का पिछली सरकार से उब जाना उनके गठबंधन की ऐतिहासिक जीत के कारक थे, तो बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कोई सत्ता विरोधी कारक नहीं था. व्याप्त भ्रष्टाचार और पिछले 15 सालों में कांग्रेस के शासन में विकास की कमी हमारी जीत का कारण है. सोनोवाल ने बताया कि बीजेपी सरकार 24 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में यहां के खानापाड़ा मैदान में शपथ लेगी.

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