Advertisement

31 अक्टूबर को एकता दिवस मनाकर एक साथ दो निशाने साधते हैं PM नरेंद्र मोदी

सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर 31 अक्टूबर को एकता दिवस मनाया जाता है. भारत की राजनीति में यह दिन 2 मायनों में बेहद अहम है. पहला 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती पड़ती है तो दूसरा इसी दिन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई थी.

सरदार पटेल (फाइल फोटो) सरदार पटेल (फाइल फोटो)
सुरेंद्र कुमार वर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 31 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 9:04 AM IST

  • 31 अक्टूबर 1875 को पैदा हुए थे सरदार पटेल
  • इंदिरा गांधी की हत्या 31 अक्टूबर 1984 को हुई

सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर 31 अक्टूबर को एकता दिवस मनाया जाता है. भारत की राजनीति में यह दिन 2 मायनों में बेहद अहम है. पहला 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती पड़ती है तो दूसरा इसी दिन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई थी.

Advertisement

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में केंद्र में सत्ता में आने पर उसी साल अक्टूबर में पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने का ऐलान किया था. तब से यह एकता दिवस हर साल मनाया जाता है.

सरदार पटेल

पटेल के नाम पर आगे बढ़ते गए मोदी

आजादी के बाद कांग्रेस राज में सरदार पटेल की भूमिका ज्यादा नहीं दिखी, लेकिन नरेंद्र मोदी ने सरदार को अपने राजनीतिक करियर में शामिल किया जो आज भी जारी है. माना जाता है कि 2003 के बाद मोदी ने अपने भाषणों में सरदार पटेल को शामिल किया. उसके बाद उन्होंने अपने संबोधन में गुजरात और सरदार पटेल को लगातार शामिल किए रखा. 2006 से यह सिलसिला जोर पकड़ता चला गया.

अब मोदी केंद्र में हैं और पिछले साढ़े 5 साल से प्रधानमंत्री हैं और उनके राज में 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. 31 अक्टूबर को ही इंदिरा गांधी की उनके ही सुरक्षा बलों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.

Advertisement

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर अपने भाषणों में 31 अक्टूबर को याद करते हुए कहते हैं कि एक पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या सुरक्षा की कमी के कारण कर दी गई. इसलिए देश में सुरक्षा बेहद अहम है.

पंडित नेहरू के साथ सरदार पटेल

पटेल ने ऐतिहासिक काम किया

31 अक्टूबर का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने पिछले दिनों अपने संबोधन में सरदार पटेल और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी याद किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ओर सरदार पटेल को याद करते हुए कहा कि भारत के प्रथम गृह मंत्री के रूप में सरदार पटेल ने देशी रियासतों को एक करने का ऐतिहासिक काम किया. उनकी नजर जहां हैदराबाद, जूनागढ़ और अन्य राज्यों पर केंद्रित थी तो वहीं उनका ध्यान दक्षिण में लक्षद्वीप जैसे छोटे इलाकों पर भी था.

महात्मा गांधी के साथ सरदार पटेल (GettyImages)

वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि 31 अक्टूबर को इंदिरा गांधी की हत्या हुई थी. देश को उस वक्त बड़ा सदमा लगा था. आज उनको श्रद्धांजलि देता हूं.

केंद्र में आने के बाद नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर को एकता दिवस का ऐलान कर एक साथ दो निशाने साधने की कोशिश की है. मोदी की कोशिश सरदार पटेल के नाम पर राष्ट्रवाद के जरिए जनता को अपने पक्ष में करने की है तो वहीं इंदिरा गांधी की इसी दिन हुई हत्या पर एकता के खतरे का जिक्र करते हुए कड़े फैसले लेने की बात करना चाहते हैं.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement