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REVIEW 'सरकार 3': सितारों की भीड़ में कहानी कहीं गुम हो गई

फिल्म 'सरकार 3' में कई नए किरदारों की एंट्री हुई है और प्लॉट भी थोड़ा अलग रखा गया है, कैसी बनी है यह फिल्म आइए फिल्म की समीक्षा करते हैं.

फिल्म 'सरकार 3' फिल्म 'सरकार 3'
आर जे आलोक
  • मुंबई,
  • 12 मई 2017,
  • अपडेटेड 12:36 PM IST

फिल्म का नाम: सरकार 3

डायरेक्टर: रामगोपाल वर्मा

स्टार कास्ट: अमिताभ बच्चन, मनोज बाजपेयी, जैकी श्रॉफ, अमित साद, यामी गौतम, रोनित रॉय, रोहिणी हथनगडी

अवधि: 2 घंटा 12 मिनट

सर्टिफिकेट: U/A

रेटिंग: 1.5 स्टार

साल 2005 में निर्माता निर्देशक रामगोपाल वर्मा ने फेमस हॉलीवुड फिल्म 'गॉडफादर' से प्रेरित होकर हिंदी फिल्म 'सरकार' बनाई थी, जिसे काफी सराहा गया था और उसके बाद रामगोपाल वर्मा ने 2008 में 'सरकार राज' बनाई, जो बॉक्स ऑफिस पर अच्छा बिजनेस किया और अब लगभग 9 साल बाद रामू ने इसी सीरीज की तीसरी फिल्म 'सरकार 3' बनाई है, जिसमें कई नए किरदारों की एंट्री हुई है और प्लॉट भी थोड़ा अलग रखा गया है. कैसी बनी है यह फिल्म... आइए इसकी समीक्षा करते हैं.

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कहानी
यह कहानी सरकार (अमिताभ बच्चन) और उसके एकक्षत्र साम्राज्य की तरफ आकर्षित करती है, कहानी में सरकार का पोता शिवाजी नागरे (अमित साद) वापसी करता है और सरकार के काम करने के स्टाइल पर पैनी नजर रखता है. शिवाजी की गर्लफ्रेंड अनु (यामी गौतम) अपने पिता की मृत्यु का बदला सरकार से लेना चाहती है और उसके लिए शिवाजी की मदद लेना चाहती है. सरकार के काफी करीबी गोकुल (रोनित रॉय) और गोरख (भरत दाभोलकर) कुछ ऐसा कर जाते हैं, जिसकी वजह से कहानी में बहुत सारे ट्विस्ट टर्न्स आते हैं, साथ ही नेता देशपांडे (मनोज बाजपेयी) और बिजनेसमैन माइकल वाल्या (जैकी श्रॉफ) की एंट्री होती है. वाल्या को सरकार और उसकी नीतियों से सख्त नफरत है, जिसकी वजह से वह सरकार के साम्राज्य को तहस-नहस करना चाहता है. क्या वह इस मंसूबे में कामयाब हो पाता है? इसका पता आपको थिएटर तक जाकर ही चल पायेगा.

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कमजोर कड़ियां
फिल्म की कहानी काफी प्रेडिक्टेबल सी है, जिस पर और भी ज्यादा काम किया जा सकता था. वहीं बहुत सारे सीन्स काफी ड्रैग किए हुए लगते हैं, जिन्हें छोटा करके फिल्म को और क्रिस्प बनाया जा सकता था.

फिल्म का स्क्रीनप्ले बेहद कमजोर है, जिसकी वजह से कोई भी किरदार सम्पूर्ण नहीं हो पाया है, और कुछ ना कुछ कमी हरेक सीन में है. सीन्स और बेहतर हो सकते थे.

फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर काफी लाउड है, जिसकी वजह से एक वक्त के बाद काफी शोरशराबा जैसा लगने लगता है.

फिल्म के किरदार एक दूसरे को कॉम्पलिमेंट करते हुए नजर नहीं आते हैं, जिसकी वजह से जबरदस्त संवाद भी काफी फीके-फीके से जान पड़ते हैं.

एक बार फिर से रामगोपाल वर्मा अपने अलग-अलग एंगेल्स से शॉट लेते हुए नजर आए हैं और कैमरा कहीं भी और कभी भी दिखाई पड़ता है, जो कि काफी डिस्टर्बिंग है.

फिल्म में एक वक्त के बाद ऐसा पल भी आता है, जब आप गंभीर सीन पर भी हंसने लगते हो और खुद से सवाल पूछते हैं कि आखिरकार हो क्या रहा है? सीक्वेंस का कनेक्शन काफी अधूरा है.

जानिए आखिर फिल्म को क्यों देख सकते हैं
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने उम्र के हिसाब से सरकार के किरदार में हुए परिवर्तन को स्क्रीन पर बखूबी दर्शाया है, और अपनी आवाज में भी एक बदलाव किया है, जो काफी सराहनीय है. समय के साथ-साथ सरकार का पोता यानी चीकू भी बड़ा हुआ है जिसे अमित साद ने अच्छा निभाया है. वहीं जैकी श्रॉफ, रोनित रॉय, रोहिणी हथनगाडी और यामी गौतम का काम भी सहज है. मनोज बाजपेयी ने भी अपनी पात्र को उम्दा ढंग से निभाया है. बाकी सभी कलाकारों का काम बढ़िया है. तो अगर आप इन एक्टर्स के दीवाने हैं, तो एक बार जरूर देख सकते हैं. अन्यथा टीवी पर आने तक का इंतजार कर सकते हैं.

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बॉक्स ऑफिस
सभी एक्टर्स की फीस और प्रोडक्शन के बाद पोस्ट प्रोडक्शन और प्रोमोशन को मिलाकर फिल्म का बजट लगभग 30 -40 करोड़ बताया जा रहा है. और खबरों की मानें तो डिजिटल राइट्स, म्यूजिक और सैटेलाईट को मिलाकर फिल्म को मुनाफे में ही देखा जा रहा है. वैसे बाहुबली 2 पहले से ही बहुत सारे स्क्रीन्स में चल रही है, जिसकी वजह से खबरें हैं कि इस फिल्म को लगभग 1500 स्क्रीन्स पर रिलीज किया जाना है. और अनुमान है कि यह फिल्म वीकेंड में लगभग 15 करोड़ का बिजनेस कर सकती है और ज्यादातर सिंगल स्क्रीन्स में देखी जाएगी.

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