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तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक (AIADMK)ने शशिकला नटराजन को नया महासचिव बनाने का ऐलान किया है. आज अन्नाद्रमुक की एक महत्वपूर्ण बैठक में यह निर्णय लिया गया . बैठक के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पनीर सेल्वम पोएस गार्डेन गए और उन्होंने शशिकला नटराजन को बैठक में पारित प्रस्तावों की कॉपी सौंपी. बैठक के बाद पन्नीरसेल्वम ने ऐलान किया कि शशिकला ने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है और आज से वे पार्टी की महासचिव हैं. दूसरी तरफ, चेन्नई पुलिस ने अन्नाद्रमुक (AIADMK) से निष्कासित सांसद शशिकला पुष्पा के पति को उत्पात करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है.
जयललिता को भारत रत्न देने की मांग
गुरुवार को एआईएडीएमके की बैठक में 14 प्रस्ताव पारित किए गए हैं. इनमें मांग की गई कि संसद में जयललिता की कांस्य प्रतिमा लगाई जाए और उन्हें भारत रत्न, रेमन मैगसेसे तथा शांति का नोबेल पुरस्कार दिया जाए.
शशिकला के पति लिंगेश्वरन शशिकला के वकील के साथ बुधवार को अन्नाद्रमुक मुख्यालय पहुंचे थे और उन्होंने पार्टी के महासचिव पद के लिए नामांकन दाखिल करने का प्रयास किया. इसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनकी बुरी तरह से पिटाई की थी. पुलिस ने दखल दिया और लिंगेश्वरन को वहां से लेकर चली गई. इसके बाद देर रात शशिकला पुष्पा ने पुलिस में अपने पति के साथ मारपीट और उनके गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई. महासचिव पद को लेकर शशिकला पुष्पा और शशिकला नटराजन के खेमे में जमकर घमासान हो रहा है.
बुधवार को चेन्नई में अन्नाद्रमुक के मुख्यालय में उस समय हंगामा खड़ा हो गया था जब, पार्टी से निष्कासित सांसद शशिकला पुष्पा के समर्थक वहां पहुंच गए. जयललिता के निधन के बाद से पार्टी के जनरल सेकेट्ररी का पद खाली था, ऐसे में शशिकला पुष्पा ने इस पद के लिए चुनाव लड़ने की अपनी इच्छा व्यक्त की थी. इस पद के लिए नामांकन करने के लिए उनके समर्थक पार्टी दफ्तर पहुंचे थे. इस दौरान शशिकला पुष्पा के समर्थकों और अन्नाद्रमुक के कार्यकर्ताओं के बीच लड़ाई छिड़ गई, इसके बाद पुलिस के हस्तक्षेप करके भीड़ को अलग करना पड़ा. इस दौरान शशिकला पुष्पा के पति लिंगेश्वरन और उनके वकील बुरी तरह से घायल हो गए और प्राथमिक उपचार के लिए पास के एक अस्पताल ले जाया गया.
गुस्से में पार्टी के एक कार्यकर्ता ने कहा कि जब उन्हें निष्कासित किया जा चुका है तो उन्हें यहां आने की क्या जरूरत थी. यह जानबूझकर किया गया. पुलिस ने लिंगेश्वरन और दस अन्य लोगों के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया है. डीएमके नेता सरवनन ने शशिकला की पिटाई के मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है. उन्होंने कहा, 'पार्टी में दोनों शशिकला के बीच लंबे समय से लड़ाई चल रही है. जब जयललिता मुख्यमंत्री थीं तब भी शशिकला पुष्पा अकेले लड़ाई लड़ रही थीं. इस तरह की घटना फिर नहीं होनी चाहिए.'