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व्यंग्य: रजनीकांत के लुक में राहुल गांधी करेंगे 'घर वापसी'

छुट्टियों से लौटने के बाद भौकाली लुक में लौटेंगे राहुल गांधी. जी हां. कसम काटजू की.

व्यंग्य: तुम घर कब आओगे राहुल बाबा? व्यंग्य: तुम घर कब आओगे राहुल बाबा?
विकास त्रिवेदी
  • नई दिल्ली,
  • 09 अप्रैल 2015,
  • अपडेटेड 6:58 PM IST

इतिहास गवाह रहा है. जब जब हारे हुए लोगों ने घूंघट की आड़ में कुछ दिन बिताकर वापसी की है. वो वापसी भौकाली ही रही है. राहुल गांधी आठवीं तक के स्कूल के दिनों को याद करते हुए बीते दो महीने से गर्मियों की छुट्टी टाइप फील ले रहे हैं. भगवान कस्सम, जैसे जैसे राहुल के आने में देरी हो रही है. वैसे वैसे मेरा फिल्मी दिमाग कह रहा है कि ये राहुल की वापसी रजनीकांत या कुछ इस टाइप की होगी.

शक्तिमान की ड्रेस: छुटपन के दिन में जब जब स्कूल से पिटकर लौटता था. जी करता था शक्तिमान की लाल रंग की सितारा ड्रेस ले लूं. और गोल-गोल घूमते हुए सबसे बदला ले लूं. कोई बड़ी बात नहीं राहुल शक्तिमान की ड्रेस में लौटें. बस इस ड्रेस के साथ राहुल को एक ही दिक्कत होगी. वो अपनी बाजू बार बार समेट के भैया भैया नहीं बोल पाएंगे.

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'कोई मिल गया' फिल्म का 'जादू' अवतार: राहुल गांधी कोई मिल गया के जादू अवतार में भी लौट सकते हैं. वैसे इस ड्रेस को पहनने का राहुल को एक फायदा ये भी होगा कि वो बार-बार संसद और घर से बाहर ये कहकर निकल सकते हैं...धूप..धूप. याद है न, फिल्म में जब जब जादू को ताकत चाहिए होती थी तो वो गले में दही फंसी आवाज में कहता था धूप-धूप.

परम श्री केआरके जी महाराज विचारधारा: इस सदी में चट्टान के बाद अगर कोई ऐसा तत्व है, जिस पर धूप, बारिश, बेइज्जती, शर्म, इंसानियत का असर नहीं होता वो हैं श्री केआरके जी महाराज. अगर केआरके लुक में राहुल गांधी लौटते हैं तो ये बहुत आसान रहेगा राहुल और कांग्रेसियों के लिए. क्योंकि विरोधी कुछ भी बोलें, राहुल के केआरके लुक की वजह से सब मामला सेट हो जाएगा. बस राहुल को केआरके की तरह वो बंदूक वाला मंगलसूत्र टाइप नहीं पहनना चाहिए. वरना मोदी जी तमंचे पर डिस्को गाना चलाकर चिढ़ा सकते हैं.

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रजनीकांत लुक: विरोधियों को अभी से इस लुक के बारे में सोचकर किसी तांत्रिक को पकड़कर उपाय कर लेने चाहिए. रजनीकांत टाइप होकर अगर राहुल गांधी लौटे, तो मैं बता रहा हूं. कांग्रेस बहुत भौकाली वापसी करेगी. लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा तो चुटकियों का खेल है. संभव तो ये भी है कि पांचवी तक के स्कूलों में भी मॉनीटर कांग्रेस पार्टी से चुने जाने लगें. तब बीजेपी सिवाय हुहहह के कुछ कर नहीं पाएगी.

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