
अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया ने कहा है कि सोमवार को देश के कई राज्यों में दलित आंदोलन के खिलाफ जो हिंसा हुई, उसके लिए कांग्रेस और बीएसपी जिम्मेदार है. कठेरिया ने कहा कि दलितों का आंदोलन हमेशा शांतिपूर्ण होता है, लेकिन सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर देशभर में जिस तरह से हिंसा हुई उसे यह बात साफ है कि दलितों के आंदोलन के पीछे हिंसा भड़काने की साजिश रची गई. अनुसूचित जाति आयोग हिंसा की जांच करेगा.
कठेरिया ने कहा कि राहुल गांधी ने ट्वीट करके जिस तरह का भड़काऊ बयान दिया, जिसमें कहा गया था कि BJP और RSS के DNA में दलित विरोध है. इससे पता चलता है कि इन पार्टियों की मानसिकता क्या है. उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि आजादी के बाद सबसे लंबे समय तक कांग्रेस ने देश पर राज किया है और कांग्रेस ने दलितों के लिए कुछ नहीं किया, इसके बावजूद राहुल गांधी दलितों की दयनीय स्थिति के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
कठेरिया ने माना कि अगर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका और पहले दायर की गई होती तो उस स्थिति संभाल सकती थी. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि पुनर्विचार याचिका दाखिल करने में कुछ देरी हुई हो, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के इस अहम फैसले के बारे में गहराई से अध्ययन करने के बाद ही अगला कदम उठाया जा सकता था.
अनुसूचित जाति के अध्यक्ष कठेरिया ने कहा हिंसा किस तरह से भड़की और इसके पीछे कौन लोग थे, इसकी आयोग जांच करेगा और जांच की निगरानी वह खुद करेंगे. उन्होंने कहा कि बहुत जल्दी आयोग जांच पूरी करके हिंसा के दोषी लोगों के बारे में अपनी रिपोर्ट पेश करेगा.