
बीते 9 फरवरी को दिल्ली स्थित जेएनयू कैंपस में कथित देश विरोधी नारेबाजी के बाद से Anti National (राष्ट्र विरोधी) और Sedition (राजद्रोह) शब्द खूब चर्चा में है. मामले में जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार के साथ ही कुछ अन्य छात्रों पर इस बाबत केस भी चल रहा है. लेकिन इन सब के बीच तकनीक की दुविधा यह है कि यदि आप Google Maps पर Anti National और Sedition सर्च करते हैं तो यह आपको जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी का नक्शा दिख रहा है.
गौरतलब है कि अफजल गुरु पर कार्यक्रम के आयोजन और देश विरोधी नारेबाजी को लेकर दिल्ली पुलिस ने कन्हैया कुमार को अरेस्ट किया था. उनके अलावा अनिर्बान भट्टाचार्य और उमर खालिद नाम के छात्रों की भी गिरफ्तारी हुई थी. इन सभी पर Sedition यानी राजद्रोह का मामला चल रहा है और अभी तीनों जमानत पर रिहा हैं.
इस पूरे मामले में इन छात्रों को देश के बड़े तबके ने 'एंटी नेशनल' यानी 'देशद्रोही' करार दिया और इनकी आलोचना की. सोशल मीडिया के साथ-साथ पूरे देश में इस विषय पर बहस भी छिड़ी रही, वहीं अब गूगल मैप्स में Anti National (राष्ट्र विरोधी) और Sedition (राजद्रोह) सर्च करने पर JNU का नक्शा दिख रहा है. सायबर लॉ एक्सपर्ट पवन दुग्गल का कहना है यह पूरा मामला कंप्यूटर नेटवर्क की गड़बड़ी का है. उन्होंने कहा कि यह एक अइंटेंशनल ब्लंडर है.