
लिप ग्लॉस, फाउंडेशन, 'गर्लिश' रंग और पैटर्न वाले अंतर्वस्त्र और गुलाबी रंग के लिए एक खास आकर्षण . ये वो पहले खतरनाक संकेत थे जो अपने पति के बारे में उस महिला को मिले. शादी के करीब एक साल बाद सामने आए इस स्याह सच ने उस महिला को हैरान कर दिया. उसने कभी नहीं सोचा था कि उसका पति गे निकलेगा.
पत्नी से अपनी समलैंगिकता छिपाने वाला वह शख्स अब सलाखों के पीछे है और उस पर अप्राकृतिक सेक्स की धारा 377 के तहत मुकदमा चल रहा है. पुलिस के मुताबिक यह शख्स केरल के तिरुवनंतपुरम का रहने वाला है और अबू धाबी में पला बढ़ा है.
संबंध बनाने से करता था इनकार
यह मामला है बेंगलुरु के मल्लेश्वरम का. नवंबर 2013 में पेशे से डेंटिस्ट लीजा ने इंफोसिस में काम करने वाले जॉन (दोनों नाम बदले हुए) से बड़े अरमानों के साथ शादी की थी. दोनों की पोस्टिंग अलग-अलग जगहों पर थी, इसलिए शुरुआती 6 महीने दोनों अलग-अलग शहरों में रहे. मई 2014 में जॉन ने बेंगलुरु में ट्रांसफर ले लिया और पति पत्नी मल्लेश्वरम में एक किराए के घर में रहने लगे. इसके बावजूद कथित रूप से जॉन ने लीजा को छूने और शारीरिक संबंध बनाने से इनकार कर दिया. फिर एक दिन लीजा ने पाया कि उसका पति बार-बार लड़कियों की तरह लिप ग्लॉस का इस्तेमाल करता है.
पिंक लिप ग्लॉस से हुआ पत्नी को शक
अंग्रेजी अखबार बेंगलुरु मिरर से बात करते हुए लीजा ने बताया, 'पिंक लिप ग्लॉस से मुझे शक हुआ. वह उसे रोज लगाता था. लिप ग्लॉस अगर जरा सा भी छूट जाता था तो वह तुरंत लिप ग्लॉस निकालकर दोबारा लगा लेता था. उसका बर्ताव और दिलचस्पी भी लड़कियों की तरह थी. मैंने जब भी उससे इस बारे में पूछा, उसने मुझे ठीक जवाब नहीं दिए.'
पत्नी के पीछे लड़कों को घर लाता था
जॉन सुबह 8 बजे घर से निकल जाता था और देर रात वापस आता था. लेकिन जब लीजा क्लीनिक में देर तक काम करती तो वह जल्दी घर आ जाता. पड़ोसियों से लीजा को पता चला कि इस दौरान उसके साथ कुछ दोस्त भी होते थे. लीजा ने उन 'दोस्तों' के बारे में पूछा भी, लेकिन जॉन ने कोई सही जवाब नहीं दिया.
लीजा ने बताया, 'मैंने जॉन से कहा कि वह मेडिकल टेस्ट करा ले. मुझे लगा था कि शायद उसे मर्दानगी से जुड़ी दिक्कत है इसलिए वह संबंध बनाने की पहल नहीं करता. लेकिन उसने साफ मना कर दिया. मेरे पास अपने पेरेंट्स के पास जाने के सिवा कोई रास्ता नहीं था. लेकिन उन्होंने जॉन की हरकत के लिए भी मुझे ही जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि अगर मैं अपने पति को नहीं संभाल पा रही तो उससे तलाक ले लूं.'
खुफिया कैमरों ने कैद किया सच
चारों तरफ से निराश लीजा ने खुद एक फैसला किया. उसने कुछ खुफिया कैमरे खरीदे और उन्हें अपने घर के हॉल, बेडरूम और किचेन में लगा दिया. कैमरे लगाकर 1 अक्टूबर को लीजा अपने पैतृक घर तुमकुर चली गई. एक हफ्ते बाद जब वह लौटी तो वीडियो फुटेज देखकर उसकी आंखें फटी की फटी रह गईं. वीडियो में उसका पति दूसरे पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाता नजर आ रहा था. उसने तुरंत सारी रिकॉर्डिंग एक सीडी में डाली और पास के पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत दर्ज करा दी.
लीजा ने बताया, 'मैंने अपने सास-ससुर पर भी धोखा देने की शिकायत दर्ज कराई है. मुझे लगता है कि वे लोग अपने बेटे की असलियत जानते थे. इसके बावजूद उन्होंने उससे मेरी शादी करवाकर मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी.'
डीएसपी संदीप पाटिल ने बताया कि महिला की शिकायत के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
क्या है धारा 377?
आईपीसी की धारा 377 के तहत समलैंगिक सेक्स एक अपराध है और इसके लिए अधिकतम उम्रकैद तक की सजा हो सकती है. दिल्ली हाई कोर्ट के जुलाई 2009 में इसे असंवैधानिक बताया था. हालांकि 12 दिसंबर 2013 को सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले को पलट दिया था. शीर्ष कोर्ट ने कहा था कि धारा 377 पर रोक या संशोधन का जिम्मा न्यायपालिका पर नहीं, संसद पर है.