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नोटबंदी के बाद इस साल कश्मीर में सुरक्षा बलों ने 170 आतंकियों को किया ढेर

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने इस वर्ष करीब 170 आतंकवादियों को मार गिराया और इनमें अधिकतर घाटी में सक्रिय शीर्ष कमांडर थे.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
दिनेश अग्रहरि
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  • 08 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 11:38 PM IST

 नोटबंदी के बाद सुरक्षा बलों को कश्मीर में आतंकियों को बड़ी संख्या में मार गिराने में सफलता मिली है. जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने इस वर्ष करीब 170 आतंकवादियों को मार गिराया और इनमें अधिकतर घाटी में सक्रिय शीर्ष कमांडर थे. यह जानकारी बुधवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक एस पी वैद्य ने दी.  

मारे गए आतंकियों में मसूद अजहर का भांजा तल्हा राशिद, जैश-ए-मोहम्मद का महमूद भाई, लश्कर-ए-तैयबा का अबु दुजाना और वसीम शाह के साथ ही बुरहान वानी का उत्तराधिकारी हिज्बुल मुजाहिदीन का सज्जार अहमद भट शामिल है. वैद्य ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, 'मेरा मानना है कि इस वर्ष केवल कश्मीर में ही करीब 170 आतंकी मारे गए. चार-पांच शीर्ष कमांडरों के अलावा अन्य सभी शीर्ष आतंकियों को मार गिराया गया है. उन्होंने कहा कि सेना, सीआरपीएफ और पुलिस सहित सुरक्षा बलों ने कश्मीर में आतंकियों की तलाश तेज कर दी है.'

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पुलिस प्रमुख ने कहा, जहां तक ऑपरेशन ऑलआउट की बात है, काफी सफलता मिली है. श्रेय उन अधिकारियों और जवानों को जाता है, जो फील्ड में काम करते हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस, सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के बीच काफी अच्छा समन्वय है और दावा किया कि कुछ को छोड़कर हिज्बुल और लश्कर-ए-तैयबा के अधिकतर शीर्ष नेतृत्व को खत्म कर दिया गया है.

उन्होंने कहा कि हाल में जैश-ए-मोहम्मद द्वारा आत्मघाती हमले की नई घटना देखी गई. उन्होंने कहा, 'आत्मघाती हमले करने में जेईएम का बड़ा हाथ रहा है, जो नई घटना है, लेकिन सुरक्षा बल और पुलिस इस चुनौती का सामना कर रहे हैं. आतंकियों का उत्साह बढ़ाने के लिए सीमा पार से उनका मनोबल बढ़ाने का यह प्रयास हो रहा है.

सीमा पार घुसपैठ को रोकने में कामयाबी

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सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, सीमा पर नियंत्रण कायम करने और घुसपैठ रोकने में सेना बड़ा काम कर रही है. हमें काफी सफलता मिली है. चूंकि सीमा पर स्थितियां कठिन हैं, इसलिए कुछ लोग घुस जा रहे हैं, लेकिन अंदरूनी इलाकों में उनका खात्मा किया जा रहा है.

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