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PM मोदी की हत्या की साजिश के खुलासे के बाद छत्तीसगढ़ में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

14 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर पुलिस ने उनकी सुरक्षा के लिए आपात बैठक की है. रायपुर और दुर्ग रेंज के पुलिस महानिरक्षक ने अपने-अपने इलाकों में प्रधानमंत्री की सुरक्षा और पुख्ता करने के लिए मैराथन बैठक की है.

मौके पर जायजा लेने पहुंचे सीएम रमन सिंह मौके पर जायजा लेने पहुंचे सीएम रमन सिंह
अजीत तिवारी/सुनील नामदेव
  • भिलाई,
  • 09 जून 2018,
  • अपडेटेड 2:33 PM IST

महाराष्ट्र में भीमा कोरेगांव हिंसा में शामिल आरोपियों से पुलिस को मिले संदिग्ध ईमेल और चिट्ठियों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. छत्तीसगढ़ देश का एक मात्र ऐसा राज्य है, जहां नक्सलियों ने अपनी समानांतर सरकार कायम करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 जून को राज्य के भिलाई में करीब 5 घंटा बिताएंगे. यहां वो तीन बड़ी योजनाओं और कार्यक्रमों का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे. वहीं, एक बड़ी जनसभा को भी सम्बोधित करेंगे.

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भिलाई वो संवेदनशील इलाका है जहां नक्सलियों के अर्बन नेटवर्क के सबसे बड़े ठिकाने का खुलासा हुआ था. करीब पांच साल पहले भिलाई में नक्सली डेन के पता लगने पर आधा दर्जन लोग हिरासत में लिए गए थे. ये सभी नक्सलियों के शहरी नेटवर्क से जुड़े हुए थे. इनका कार्य कुख्यात नक्सलियों को शरण देने से लेकर नक्सली साहित्य के प्रचार प्रसार तक जुड़ा था. खासतौर पर ये लोग समाज के बुद्धिजीवियों को सरकार के खिलाफ भड़काकर नक्सली विचारधारा के प्रचार प्रसार में जुड़े थे. भीमा कोरेगांव हिंसा का नक्सली कनेक्शन होने की पुष्टि के बाद प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस काफी सतर्क हो गयी है.

14 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर पुलिस ने उनकी सुरक्षा के लिए आपात बैठक की है. रायपुर और दुर्ग रेंज के पुलिस महानिरक्षक ने अपने-अपने इलाकों में प्रधानमंत्री की सुरक्षा और पुख्ता करने के लिए मैराथन बैठक की है. इस बैठक में मानव बम और सभा स्थल में संदिग्धों की खोजबीन व जांच पड़ताल को लेकर तय मापदंडों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं. राजनैतिक व्यक्ति हो या फिर आम सभा में शामिल होने वाले आम नागरिक, हर किसी को कड़े सुरक्षा नियमावली के परिक्षण के दौर से गुजरना होगा.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाजाही के कार्यक्रम को गोपनीय बनाये रखने के पूरे प्रयास किये जा रहे हैं. खासतौर पर दिल्ली से उनके रायपुर आगमन और यहां से भिलाई रवानगी और वहां से पुनः रायपुर वापसी के मार्गों और समय को गोपनीय बनाये रखने के निर्देश दिए गए हैं. हालांकि उनकी सुरक्षा में जुटे स्टाफ और लॉ एन्ड आर्डर में जुटे पुलिस और प्रशासनिक कर्मियों के अलावा शेष लोगों को पुख्ता जानकारी ना दिए जाने का प्रयास किया गया है. प्रधानमंत्री मोदी रायपुर से भिलाई सड़क मार्ग से नहीं बल्कि अब एयरफोर्स के MI-17 हेलीकॉप्टर से जाएंगे. उनकी वापसी भी इसी हेलीकॉप्टर से होगी.

प्रधानमंत्री मोदी भिलाई में 18 सौ करोड़ की लगत से प्रतावित IIT भिलाई परिसर का शिलान्यास करेंगे. वे BSP के प्रोजेक्ट कार्यों के तहत URM, BRM और SMS 3 भी जाएंगे और यहां विकास कार्यों का जायजा लेंगे. इसके अलावा वे मुख्यमंत्री रमन सिंह की विकास यात्रा के पहले चरण के समापन समारोह का हिस्सा बनेंगे.

यहां वो एक आम सभा को भी सम्बोधित करेंगे. उनके सभी कार्यक्रमों में एक जैसी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी. मंच में आसीन होने वाले राजनेताओं से लेकर आम कार्यकर्ताओं को चाक-चौकस सुरक्षा व्यवस्था के दौर से गुजरना होगा. भिलाई के स्टेडियम में आम सभा स्थल को एसपीजी ने अपने घेरे में ले लिया है. इसके अलावा प्रधानमंत्री जिन तीन कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे उस स्थल पर भी कुछ चुनिंदा लोगों को ही प्रधानमंत्री के करीब आने का मौका मिलेगा.

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दरअसल भीमा कोरेगांव नक्सली हिंसा के आरोपियों से प्रधानमंत्री मोदी की हत्या की साजिश के खुलासे के बाद प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर नए सिरे से मंथन हुआ है. इस खुलासे के बाद पहली बार मोदी नक्सलीगढ़ में अपनी आमद दर्ज करा रहे हैं. हालांकि, इसके पहले वे बस्तर के धुर नक्सली इलाके दंतेवाड़ा और बीजापुर का दौरा कर चुके हैं. प्रधानमंत्री के इस दौरे को लेकर सुरक्षा का जायजा लेने के लिए खुद राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह भिलाई पहुंचे और उन्होंने पुलिस और प्रशासन के अफसरों से चर्चा की.

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