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दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में दो दिन पहले हुई मारपीट और नारेबाजी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान बुधवार को एक वकील ने नारे लगाने शुरू कर दिए.
सुप्रीम कोर्ट के कोर्ट नंबर पांच में कन्हैया की सुरक्षा के मामले में दायर याचिका की सुनवाई चल रही थी. सुनवाई के दौरान कोर्ट में एक वकील वंदे मातरम का नारा लगाने लगा. जिस पर जस्टिस चेकामेश्वर ने आपत्ति वकील को कोर्ट से बाहर करने का आदेश दिया.
जिस वक्त वकील ने नारेबाजी की, तब कन्हैया कुमार की ओर से पेश हुए वकील प्रशांत भूषण अपना पक्ष रख रहे थे. प्रशांत भूषण ने कहा कि वह कन्हैया कुमार के पक्ष में पैरवी करेंगे. हालांकि उनके पास वक्त की कमी है लेकिन फिर भी वह इस मामले में पूरा सहयोग करेंगे. उन्होंने कहा, 'कन्हैया को गलत ढंग से फंसाया गया है. उन पर झूठे आरोप लगाए गए हैं. वह एक अच्छे छात्र नेता हैं.'
कोर्ट ने नारेबाजी करने वाले वकील को बाहर किया तो वह वहां भी नारे लगाने लगा. हालांकि उसने कोर्ट रूम में अपने व्यवहार के लिए माफी मांग ली है. वकील का नाम राजीव यादव बताया जा रहा है.
पटियाला हाउस कोर्ट में सुरक्षा बढ़ाई गई
JNUSU के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की पेशी से पहले बुधवार को पटियाला हाउस कोर्ट में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दो दिन पहले हुए बवाल को देखते हुए पुलिस ने इस बार पेशी से पहले ज्यादा एहतियात बरते हैं. बुधवार को कन्हैया की पुलिस कस्टडी का आखिरी दिन है. पुलिस आगे भी कोर्ट से कस्टडी की अपील कर सकती है.
पिछली सुनवाई के दौरान वकीलों ने कोर्ट में नारेबाजी शुरू कर दी थी और जेएनयू के छात्रों व महिला पत्रकारों से मारपीट भी की. इस मामले में बीजेपी विधायक ओपी शर्मा पर भी मारपीट के आरोप लगे हैं.