
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी और मध्य प्रदेश के गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसी साल मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव और साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की रणनीति पर खुलकर अपनी बात रखी. कांग्रेस नेता सिंधिया ने देश के नंबर 1 न्यूज़ चैनल ‘आजतक’ के दोबारा शुरू हुए फ्लैगशिप शो ‘सीधी बात’ में एंकर श्वेता सिंह के बेबाक सवालों के बिना कोई लाग-लपेट सीधे जवाब दिए.
जब सिंधिया से पूछा गया कि वो कौन से चार मुद्दे होंगे, जो साल 2019 में केंद्र सरकार की चार्जशीट बन सकते हैं, तो उन्होंने कहा, ''केंद्र सरकार की चार्जशीट सिर्फ चार मुद्दों पर नहीं, बल्कि अनेकों मुद्दों पर बनेगी. चाहे आंतरिक सुरक्षा का मामला हो या देश के अंदर का वातावरण हो या विदेश नीति की बात हो या डोकलाम का मसला हो या पाकिस्तान की बात हो या फिर मालदीव की बात हो.''
सिंधिया ने कहा कि मोदी सरकार को बेरोजगारी, महिला सुरक्षा, डेटा लीक और पेपर लीक के मुद्दे पर भी जवाब देना होगा. जब उनसे सवाल किया गया कि क्या साल 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव ही 2019 के लोकसभा चुनावों की दिशा तय करेंगे, तो इस पर उन्होंने कहा, ''मेरे लिए कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव वर्तमान में कर्नाटक के चुनाव हैं और उसके बाद चार राज्यों के चुनाव.''
साल 2018 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया का मुकाबला बीजेपी से है या फिर कांग्रेस की अंदरूनी कलह से? इस पर उन्होंने कहा, ''कांग्रेस में गुटबाजी की राजनीति जरूर एक रिएल्टी थी, लेकिन 5, 10, 15 साल पहले. अब मध्य प्रदेश में कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व, चाहे वो दिग्विजय सिंह हों या कमलनाथ या सुरेश पचौरी या फिर सत्यव्रत चतुर्वेदी हों, हम सब साथ मिलकर चर्चा करके आगे की रणनीति तय करते हैं.''