
योगगुरु रामदेव का कहना है कि लोकतंत्र तभी सही दिशा में आगे बढ़ता है जब सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्ष टक्कर के हों. विपक्षी गठबंधन के लिए योगगुरु ने कहा कि ये अच्छा है एक तरफ पीएम मोदी और दूसरी ओर विपक्ष. मोदी सरकार की चार साल की उपलब्धियों पर योगगुरु ने कहा कि अब भारत की ताकत दुनिया समझने लगी है. योगगुरू रामदेव ने देश में तेजी से सड़कों का जाल बिछने की तारीफ की. वहीं मोदी सरकार की सबसे अच्छी योजना के तौर पर उज्ज्वला योजना का नाम लिया. ‘आजतक’ के फ्लैगशिप शो ‘सीधी बात’ में हिस्सा लेते हुए योगगुरु रामदेव ने ये भी कहा कि राजयोग में कुछ राजरोग भी होते हैं.
एंकर श्वेता सिंह के बेबाक सवालों के योगगुरु रामदेव ने अपने खास अंदाज में जवाब दिए. योगगुरु ने जहां देश में किसानों और व्यापारी वर्ग में कुछ नाराजगी की बात मानी वहीं ये भी कहा कि दलित कुछ खिसके हैं. रामदेव ने ये भी कहा कि सरकार को पेट्रोल-डीजल के दामों को लेकर लोगों को राहत देने पर सोचना चाहिए. रामदेव के मुताबिक देश के अंदर के काले धन को बाहर लाने के लिए तो काफी कदम उठाए गए हैं लेकिन विदेश में छुपे काले धन को वापस लाने के लिए बहुत कुछ किया जाना बाकी है.
राजयोग में कुछ राजरोग भी होते हैं
‘तो सरकार योग कर रही है’, जब रामदेव से ये सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, “ये राज योग है, राजयोग में कुछ राजरोग भी होते हैं. हालांकि उन्होंने साथ ही जोड़ा कि प्रधानमंत्री मोदी और उनके जो मंत्री, सच में अच्छा काम कर रहे हैं, वो दिखता भी है. योगगुरु ने सड़कों के जाल बिछाने के लिए नितिन गडकरी की तारीफ की. साथ ही उन्होंने पीयूष गोयल और किडनी ट्रांसप्लांट के बावजूद अरुण जेटली का नाम भी अच्छा परफॉर्म करने वाले मंत्रियों में लिया.
मोदी सरकार की चार साल की उपलब्धियों को लेकर रामदेव ने कहा, “चार बातों में कहूं तो इस सरकार ने योग के माध्यम से पूरी दुनिया में देश को गौरव दिलवाया. आज चाहे अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प हों या रूस के पुतिन, जापान हो या चीन, सारी दुनिया के राष्ट्राध्यक्ष हमारे प्रधानमंत्री का सम्मान करते हैं. इसका मतलब भारत की ताकत दुनिया को समझ में आने लगी है. दूसरा मैंने कहा, सड़कों का जाल बिछाया, टैक्स टेररिज्म से मुक्ति दिलवाने के लिए
‘एक देश एक टैक्स’ क्रिटिकल एक्सरसाइज होने के बावजूद लागू की. मैं कहूंगा कि आर्थिक पारदर्शिता का प्रथम चरण तो पूरा हुआ. बड़ा घोटाला कहीं नहीं हुआ.”
‘GST जैसे नए सिस्टम में थोड़ी बहुत समस्या आती है’
जब योगगुरु से पूछा गया कि आप GST से आतंकित नहीं हुए? तो उन्होंने कहा, “जब कोई नया सिस्टम आता है तो तो थोड़ी बहुत समस्या आती है. काफी व्यापारी लोग थोड़े दुखी हैं, नाराज हैं और वो उनको झेलना भी पड़ रहा है.”
रामदेव ने हाल में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से अपनी मुलाकात का भी हवाला दिया. योगगुरु के मुताबिक अमित शाह ने उन्हें गांवों तक ले जा रही 7 चीजों के बारे में बताया जैसे कि स्वास्थ्य, उज्ज्वला, बिजली, पानी, मकान, स्वच्छता के साथ आयुष्मान भारत योजना का लाभ. रामदेव ने कहा कि अगले साल 1,31,000 गांवों तक ये योजनाएं जाएंगी तो एक शुरुआत तो होगी. ऐसे गांव जहां सच में विकास दिखता है.
पीएम मोदी से लोगों की पहाड़ जैसी उम्मीदें
योगगुरु से जब पूछा गया कि क्या 2014 में सबको खुले तौर पर मोदी को वोट देने के लिए कहने वाले स्वामी रामदेव फिर नजर आएंगे, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “नहीं देखिए, मैं किसी का भी कैम्पेन नहीं कर रहा हूं. मैंने इतना कहा है कि मोदी जी की नीतियां है, नेतृत्व है, नीयत है देश को अच्छा बनाने की. हो सकता है मोदी जी के मन में जो भाव हो उससे बहुत ज्यादा लोगों की अपेक्षा है, पहाड़ जैसी उम्मीदें है. अब उसमें वो कितने खरे उतरेगें? हम तो प्रार्थना करते हैं वो लोगों की अपेक्षा पर खरे उतरे. अपनी तरफ से वो ईमानदारी से कोशिश जरूर कर रहे हैं.”
राष्ट्रहित से बड़ा कोई हित नहीं
इसके मायने खुला प्रचार नहीं आप बस समर्थन करेंगे? इस सवाल के जवाब में योगगुरु ने कहा, “कोई व्यक्ति ये कहता है कि वो गैर राजनीतिक है तो ये कैसे हो सकता है. जो व्यक्ति इस देश में रहता है. इस देश का नागरिक है. जो वोट भी करता है तो किसी न किसी पार्टी को सपोर्ट करता है. मैं अच्छे व्यक्ति को सपोर्ट करता था हूं और करता रहूंगा. क्योंकि मैं ये मानता हूं राष्ट्र धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं होता, राष्ट्रहित से बड़ा कोई हित नहीं होता. यदि एक एक व्यक्ति देश के बारे में नहीं सोचेगा तो देश कैसे आगे बढ़ेगा.”
‘उज्ज्वला’ मोदी सरकार की सबसे अच्छी योजना
योगगुरु रामदेव से जब पूछा गया कि उनके मुताबिक मोदी सरकार की सबसे अच्छी योजना कौन सी है तो उन्होंने उज्ज्वला योजना का नाम लिया.
योगगुरु रामदेव ने साथ ही कहा, “वोट कितने मिलेंगे वो अलग बात है. चाहे कारण कुछ भी हों लेकिन दलित जो लोग हैं वो थोड़े खिसके हैं. लेकिन दलितों से लेकर गरीबों तक, मैंने अपनी मां को सरसों के डंडे या उपलों पर रोटी पकाते देखा था, उसकी आंखों में आंसू होते थे. इतना धुंआ होता था. 7-8 करोड़ लोगों तक उज्ज्वला योजना को ले जाया जा रहा है, इस नाते ये बड़ी योजना है. जहां तक आयुष्मान भारत योजना है वो अभी लागू नहीं हुई है. जब होगी 50 करोड़ लोगों को इसका फायदा मिलेगा. ये बहुत महत्वकांक्षी योजना है.”यह भी पढ़ें: सीधी बात में बोले रामदेव, 2019 में जीतने के लिए बीजेपी को करना होगा संघर्ष
दलितों को लेकर सरकार को अध्यादेश तुरंत लाना चाहिए था
दलितों के छिटकने के बारे में अपनी बात को और साफ करने के लिए कहा गया तो योगगुरु ने कहा, “काफी हद तक किसान भी अभी नाराज़ चल रहे हैं. पीएम ने अभी वायदा किया है कि वो उनकी आय 2 से 3 गुणा बढ़ाना चाहते हैं, अब उसको अमल में लाना पड़ेगा.”
योगगुरु रामदेव ने कहा, “जहां तक दलितों की बात है, उसमें पीएम मोदी को दोषी इस रूप में नहीं मानता क्योंकि वो सुप्रीम कोर्ट का निर्णय था. जो फैसला सुप्रीम कोर्ट ने दिया उसके ऊपर सरकार को तुरंत अध्यादेश लाना चाहिए था. शायद हो सकता है उसमें थोड़ी देरी हुई हो यदि उसको ठीक से टैकल कर लेते तो ये गलतफहमी नहीं होती. अब लोगों में ये भ्रम पैदा कर दिया कि मोदी दलित विरोधी हैं. उनकी जितनी योजनाएं हैं दलितों, शोषितों और वंचितों के लिए, वो उनके बारे में शायद ठीक तरह से उन तक पहुंचा नहीं पाए.”
पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर सरकार को सोचना चाहिए
योगगुरु से 2012 में उनके एक ट्वीट के बारे में पूछा गया कि अगर काला धन आ जाए तो पेट्रोल की कीमत 30 रुपए लीटर तक हो सकती है, तो उनका जवाब था- “ये सच है मैंने मोदी जी से भी बोला था इस बात को. दरअसल पेट्रोल डीजल जितना मंहगा बिकता है यदि क्रूड ऑयल के रेट देखो तो वो उतना नहीं है. मुझे लगता है इसे सरकार में रेवेन्यू लेने का सब से बड़ा सोर्स उसको बना लिया है. देश चलाना है उनको तो रेवेन्यू भी चाहिए. रेवेन्यू दो ही चीजों से ज्यादा आता है एक शराब से, दूसरा पेट्रोल डीजल से. लेकिन इस बारे में सरकार को सोचना चाहिए.”
आम आदमी सरकार तक अपनी बातों को नहीं ले जा सकता, मगर आप तो ले जा सकते हैं. तो क्या आप की बात सुनती है सरकार पेट्रोल डीजल बहुत मंहगा हो गया है? इस सवाल के जवाब में रामदेव ने कहा, “नहीं, बात तो सुनती है सरकार, अमित शाह सुनते हैं, अरुण जेटली सुनते हैं, नितिन गडकरी भी सुनते हैं, राज्यवर्धन राठौड़ भी सुनते हैं. मतलब जहां करेक्शन की जरूरत होती है पीएम मोदी वहां करेक्शन भी लेते हैं. और पीएम बात सुनते हैं. मुझे लगता है अभी कुछ और ज्यादा करेक्शन लेंगे ये लोग.”
विदेश से काला धन लाने के लिए बड़े कदम लेने की जरूरत
यूपीए सरकार के दौरान काले धन पर मुहिम छेड़ने वाले योगगुरु से सवाल किया गया कि क्या आपको लगता है कि इस बारे में पर्याप्त हो पाया? इस पर उनका जवाब था- “जो देश के अंदर का काला धन है उस पर तो बहुत स्टेप्स लिए हैं देखो ये तो जायज़ बात है. लेकिन देश के बाहर वाले काले धन पर और ज्यादा बड़े कदम लेने की जरूरत है.”
लोकतंत्र के सही दिशा में बढ़ने के लिए सत्तारूढ पार्टी और विपक्ष का टक्कर का होना जरूरी
विपक्षी एकजुटता के नाम पर तैयार हो चुके गठबंधन का भविष्य आपको कैसा दिख रहा है? इस सवाल पर रामदेव ने कहा, “आप को पता है कि मैंने राजनीतिक रूप से आपने आप को काफी अलग किया है लेकिन बोल्ड नहीं हुआ हूं, आज की बात करेंगे तो मैं सर्वदलीय निर्दलीय हूं. और मैं एक चीज़ देख रहा हूँ, देश में एक तरफ मोदी जी और एक तरफ विपक्ष. ये लोकतंत्र के लिए अच्छा है क्योंकि लोकतंत्र तभी सही दिशा में आगे बढ़ता है जब रूलिंग पार्टी और विपक्ष टक्कर के हों.”
20 राज्य बीजेपी के पास हैं, ऐसा कोई राज्य, कोई सीएम जो सबसे अलग, सबसे अच्छा काम कर रहा हो, योगी आदित्यनाथ के बारे में खास तौर पर आपकी क्या राय है? इस सवाल पर योगगुरु ने कहा, “सीधी बात है और आप सीधे सीधे प्रश्न कर रही हो, और आज कल सीधे बोलने का जमाना नहीं रहा है. मुझे लगता है सीधी बात का आप का ये कार्यक्रम बहुत खतरनाक है. आप कोई डिप्लोमैटिक बात भी नहीं कर सकते इसमें. इस मामले में डिप्लोमैटिक बात कीजिये वही अच्छा है. एक का नाम लो तो बाकि कहते है स्वामी जी हम भी तो अच्छा काम कर रहें हैं.”
व्हाट्सएप का छोटा भाई आ गया किम्भो ऐप?
इस सवाल पर योगगुरु ने कहा, “छोटा नहीं बड़ा होगा. आप सोचो करीब 25 करोड़ से ज्यादा लोगों ने सर्च किया है इसको. मुझे लगता है सोशल मीडिया में सबसे ज्यादा सर्च होने वाला है 24 घंटों में.”
फिर गूगल प्ले स्टोर ने हटा क्यों दिया?
इस पर योगगुरु का जवाब था- “नहीं वो हमने हटाया है. दरअसल हमने 5-10 हज़ार लोगों के लिए ट्रायल किया था. अपने वॉलिंटियर्स के बीच में लेकिन हुआ क्या वो एक साथ इतना वायरल हुआ कि करोड़ों हिट्स आ गए. उसके ऊपर 25 करोड़ से ज्यादा हिट्स आ गए. मुझे लगता है ये व्हाट्सअप का बाप बन सकता है उससे बेहतर फ़ीचर है उस पर स्वदेशी विकल्प है.”
क्या रामदेव में आज भी आंदोलनकारी ज़िंदा है जो 2014 से पहले हमें दिखता था? इस पर योगगुरु ने कहा, “स्वामी रामदेव एक ज़िंदादिल आदमी है. मेरी आत्मा ना कभी मरी है, न कभी मरेगी. देश के लिये जो भी उचित होगा, मेरे लिए देश सब कुछ है. जो भी देश के लिए सही होगा मैं बोलूंगा और उसके लिए जो सही कदम होगा वो लूंगा.”
योग दिवस साल दर साल मनाया जा रहा है, अब योग के लिए अगल कदम क्या होगा? इस सवाल के जवाब में रामदेव ने कहा, “अगला पड़ाव ये होना चाहिए कि योग सिस्टम का हिस्सा होना चाहिए. चाहे एजुकेशन हो, हेल्थ हो. अलग अलग इंस्टिट्यूट है. योग को इतना सम्मान मिले कि सुबह सुबह उठ कर सब योग करें चाहे 10 या 20 मिनट के लिए ही.”
योगगुरु रामदेव का पूरा इंटरव्यू आप ‘सीधी बात’ में देख सकते हैं, शनिवार 9 जून और रविवार 10 जून, रात 8 बजे, ‘आजतक’ पर.