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रुपयों का जिक्र करना पड़ा महंगा, दोस्तों ने कर दिया दोस्त का कत्ल

संजय के पिता सरकारी नौकरी में थे. उनकी मौत के बाद परिवार को 50 लाख रुपए मिले थे. संजय ने इस रकम की चर्चा दोस्तों से की थी. इसी पैसे की लूट में संजय की हत्या हो गई.

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी (फोटो-हिमांशु मिश्रा) पुलिस की गिरफ्त में आरोपी (फोटो-हिमांशु मिश्रा)
रविकांत सिंह/हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 02 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 12:27 AM IST

दिल्ली के सीमापुरी इलाके में संजय नाम के शख्स की हत्या की गुत्थी सुलझती नजर आ रही है. पुलिस ने इस वारदात में शामिल आरोपियों का पता टेक्निकल सर्विलांस से लगाया है.

पुलिस को 31 अक्टूबर की सुबह जानकारी मिली की एक युवक की उसी के घर में हत्या कर दी गई है. पुलिस की टीम जब मौके पर पहुंची तो देखा कि पूरा घर बिखरा पड़ा है. देखने से साफ पता लग रहा था घर के अंदर डकैतों ने पूरी तलाशी ली है. जांच के दौरान पुलिस को पता लगा कि मरने वाले युवक का नाम संजय है. वारदात वाली रात संजय अपने घर में अकेला ही था. संजय अपनी मां के साथ यहां पर रहता था. संजय की मां दो दिन पहले ही बाहर गई थी. संजय के पिता की साल भर पहले मौत हो चुकी थी.

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दरअसल संजय की मौत की वजह बनी उसके पिता की मौत के बाद उनको मिलने वाला पूरा पैसा. संजय के पिता सरकारी नौकरी में थे और उनकी मौत के बाद घरवालों को 50 लाख रुपए से ज्यादा की रकम मिली थी. संजय ने ये बात अपने दोस्तों को बता दी थी और यही संजय की हत्या का कारण साबित हुई.

संजय ने पचास लाख रुपयों की बात अपने दोस्त सज्जन बेनिवाल से बता दी थी. सज्जन के मन में इतनी बड़ी रकम सुन कर लालच आ गया. सज्जन ने संजय के घर में चोरी की साजिश रच डाली. इसके लिए उसने पंकज और तीन चोरों को भी शामिल कर लिया. 30 और 31 अक्टूबर की रात सज्जन चार लोगों के साथ संजय के घर में दाखिल हुआ लेकिन पूरा घर छान लेने के बाद भी उन्हें कैश नहीं मिला. तभी संजय की नींद खुल गई और इसके बाद सज्जन से अपने साथियों के साथ मिल कर संजय की हत्या कर दी.

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पुलिस का कहना है कि जिस पैसे की बात संजय ने अपने दोस्तों को बताई थी, दरअसल वो पैसा घर में नहीं था लेकिन सज्जन को लगा कि उसे घर में पूरा पैसा मिल जाएगा.

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