
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के लटोरी गांव में उस समय गहमा गहमी मच गयी जब JCB की मदद से सेप्टिक टैंक के भीतर से एक लगातार चार शव निकाले गए. ये सभी शव नवनिर्मित सेप्टिक टैंक से निकाले गए. इस घटना में मकान मालिक पिता पुत्र समेत दो मजदूरों की मौत हो गई. दहशत ऐसी थी कि गांव का कोई भी शख्स सेप्टिक टैंक में दाखिल हो कर शव निकालने के लिए तैयार नहीं हुआ. नतीजतन JCB बुलाई गयी. फिर पुलिस की मदद से शवों को बाहर निकाला गया.
बताया जा रहा है कि लटोरी गांव की बस्ती में एक नए घर का निर्माण चल रहा था. इस घर में सेप्टिक टैंक बनाया जा रहा था. यह सेप्टिक टैंक पुराने घर के सेप्टिक टैंक से सटा हुआ था. दो मजदूर इस नए सेप्टिक टैंक में प्लास्टर करने के लिए दाखिल हुए. काफी देर तक जब वे बाहर नहीं निकले तो मकान मालिक को शंका हुई. उन्हें ढूंढने के लिए मकान मालिक भी सेप्टिक टैंक के भीतर उतर गया. इसके बाद मकान मालिक का बेटा अपने पिता को ढूंढ़ते हुए उस सेप्टिक टैंक की ओर पंहुचा. उसने झांक के देखा तो तीनों लोग बेसूध हालत में सेप्टिक टैंक के भीतर गिरे नजर आए. उन्हें निकालने के लिए जो चौथा शख्स उस सेप्टिक टैंक में दाखिल हुआ वो भी बाहर नहीं निकला. इस सेप्टिक टैंक में दाखिल होने से पहले उसकी चीख पुकार सुनकर गांव के कुछ लोग अपने घरों से बाहर निकले और वे भी इस सेप्टिक टैंक के पास पहुंचे. उन्हें एहसास हो गया कि कुछ अनहोनी हुई है.
पुलिस को सुचना दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात का जायजा लिया और पाया कि पुरानी सेप्टिक टैंक से नए सेप्टिक टैंक की ओर गैस का रिसाव हो रहा है. पुलिस के मुताबिक जो दो मजदूर पहले सेप्टिक टैंक में दाखिल हुए थे उन्होंने इस सेप्टिक टैंक की सेनेट्रिंग खोली थी. इस दौरान पुराने सेप्टिक टैंक में दरार पड़ी और गैस का रिसाव शुरू हो गया. पुलिस ने JCB के जरिये शवों को निकलवाया. इस दौरान पिता-पुत्र सत्यनारायण कुशवाह और भानु कुशवाह की शिनाख्त हुई है. पुलिस अभी भी दो मजदूरों का पता-ठिकाना जानने की कवायद में जुटी है.