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गुनहगारों के लिए जन्नत बन गई हैं पंजाब की कई जेल

गुनाह करने वाले मुजरिमों को सजा देने के लिए जेल में रखा जाता है. मगर जब जेल ही गुनाहों का अड्डा बन जाए और सरकार कहे कि हम क्या करें. तब सवाल उठता है कि आखिर सरकार का मतलब क्या है. यही हकीकत है पंजाब की, जहां सरकार जेलों में बंद अपराधियों के सामने बेबस और लाचार नजर आ रही है.

बादल सरकार भी जेल में बंद अपराधियों के सामने लाचार नजर आती है बादल सरकार भी जेल में बंद अपराधियों के सामने लाचार नजर आती है
परवेज़ सागर
  • चंडीगढ़,
  • 06 मई 2016,
  • अपडेटेड 3:05 PM IST

गुनाह करने वाले मुजरिमों को सजा देने के लिए जेल में रखा जाता है. मकसद यह भी होता है कि मुजरिम बाहर रहकर कोई अपराध न कर सकें. मगर जब जेल ही गुनाहों का अड्डा बन जाए और सरकार कहे कि हम क्या करें. तब सवाल उठता है कि आखिर सरकार का मतलब क्या है. यही हकीकत है पंजाब की, जहां सरकार जेलों में बंद अपराधियों के सामने बेबस और लाचार नजर आ रही है.

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जेल का कड़वा सच
पंजाब की जेलों में ऐसे-ऐसे गुनाह होते हैं, जिनके बारे में सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे. जेल कैदियों पर लगाम लगाने के लिए होती हैं लेकिन पंजाब की जेलों में बैठकर गैंगस्टर कानून और नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. बठिंडा की जेल में नरवाना गैंग के बदमाश मोबाइल पर बात करते हैं. तो संगरूर की जेल में गैंगस्टर गुरजीत भाटी केक काटकर जन्मदिन मनाता है. कहीं पटियाला जेल में बंद लॉरेंस गैंग के बदमाश पुलिस वालों की गाड़ी में बैठकर उनके सामने ही मोबाइल से तस्वीर खिंचते हैं. तो कहीं जेल में हथियारों की नुमाइश की जाती है. यही है पंजाब की जेलों का कड़वा सच.

जेल में सोशल मीडिया का इस्तेमाल
पंजाब की जेलों में सलाखों के पीछे इतना सबकुछ हो रहा है कि देखने वाले हैरान रह जाएं. हाल में आज तक के हाथ लगी तस्वीरों से साफ जाहिर है कि पंजाब की जेलों में कैदियों को किस कदर आज़ादी मिली है. इसी का एक और बड़ा उदाहरण है बठिंडा में सक्रिय शेरा खब्बा गैंग के एक बदमाश विक्की का फेसबुक अकांउट. गैंगस्टर से नेता बने जसविंदर रॉकी की 30 अप्रैल को हत्या कर दी गई. उसी के बाद विक्की ने बाकायदा फेसबुक पोस्ट के ज़रिए पूर्व गैंगस्टर रॉकी की हत्या की ज़िम्मेदारी ली. साथ ही गैंगस्टर विक्की गाउंडर फेसबुक पर ही जिले के एसएसपी को खुली चुनौती देता हुआ नजर आया.

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देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं पंजाब की जेल
हककीत तो यह है कि पंजाब की जेलों में बैठकर गैंगस्टर बाहर की दुनिया में गुनाहों को अंजाम दे रहे हैं. इस वजह से पुलिस ही नहीं बल्कि आर्मी भी परेशान है. पठानकोट हमले के बाद खुफिया एजेंसियों ने एक रिपोर्ट तैयार की है. इस रिपोर्ट में मिलिट्री इंटेलिजेंस ने कहा है कि पंजाब की कई जेल देश की सुरक्षा के लिए बड़ा ख़तरा साबित हो सकती हैं. सामने आईं तस्वीरें इस हक़ीक़त को बेनकाब भी करती हैं. मगर हैरानी की बात है कि पंजाब सरकार सलाखों के पीछे बैठकर गुनाहों को अंजाम देने वाले अपराधियों पर रोक लगाने के बजाय केंद्र पर ही सवाल उठा रही है.

सरकार के लिए चुनौती बने गैंग
पंजाब की जेलों में बंद गैंगस्टर्स ने आम लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. सलाखों के पीछे बैठे बदमाशों के इशारे पर तमाम गुनाह अंजाम दिए जाते हैं. और बादल सरकार इन्हें रोक पाने में नाकाम साबित हो रही है. बठिंडा का शेरा खब्बा गैंग, संगरूर का गुरजीत भाटी गैंग, बठिंडा का नरवाना गैंग, कपूरथला का सुक्खा कहलो गैंग और पटियाला का लॉरेंस गैंग खुलकर कानून और सरकार को धता बता रहे हैं. बठिंडा जेल में बंद विक्की गाउंडर ने फेसबुक पोस्ट के ज़रिए कत्ल की बात कबूल की और हत्या करवाने का दावा किया. चार साल पहले शेरा खब्बा गैंग का बदमाश गुरशहीद सिंह एनकाउंटर में मारा गया था. शेरा खब्बा गैंग को एनकाउंटर करवाने का शक जसविंदर रॉकी गैंग पर था. ये दोनों ही गैंग जेल में फेसबुक का इस्तेमाल करते थे.

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जेल अधिकारी हैं बदमाशों के मददगार
जब गैंगस्टर जसविंदर रॉकी की हत्या ने एक बार फिर पंजाब की जेलों में बढ़ते गुनाहों की तरफ इशारा किया. तो एक मई को 100 पुलिस वालों की टीम ने बठिंडा जेल में छापा मारा. दो घंटे तक जेल की सघन तलाशी ली गई. लेकिन इस तलाशी अभियान के दौरान पुलिस को केवल एक मोबाइल फोन बरामद हुआ. इसके बाद जेल प्रशासन पर बदमाशों की मदद करने का आरोप लगा. आपत्तिजनक चीजों को छापे से पहले ही जेल से हटा दिया गया. जेल प्रशासन और गैंगस्टर्स की मिलीभगत का एक और नमूना देखने को मिला.

बेखौफ हैं जेल में बंद गैंगस्टर्स
पंजाब की जेलों में ड्रग्स तस्करी, किडनैपिंग, कॉट्रैक्ट किलिंग और रंगदारी का धंधा फल फूल रहा है. ख़बर है कि बड़े गैंगस्टर मोबाइल फोन, इंटरनेट और तमाम सुविधाएं जेल प्रशासन के ज़रिए हासिल करते हैं. पंजाब की जेलों में बंद गैंग और उनसे जुड़े बदमाश किस कदर बेखौफ़ हैं इसका पता इस बात से चलता है कि अप्रैल 2015 को गुरजीत सिंह भाटी ने संगरूर जेल से फेसबुक पर अपनी तस्वीर अपलोड की. संगरूर जेल में बंद गुरजीत भाटी गैंग पर एक व्यापारी से 8 लाख फिरौती मांगने का आरोप है. उससे पहले मार्च 2015 में नरवाना गैंग के कुलबीर सिंह ने अपनी तस्वीरें फेसबुक पर पोस्ट की थीं. दिसंबर 2014 में गैंगस्टर गुरप्रीत शेखों ने जेल से 10 लाख की फिरौती मांगी थी. कपूरथला जेल में बंद सुक्खा कहलों गैंग के बदमाश अक्सर फेसबुक का इस्तेमाल करते आए हैं.

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यह बात तो तय है कि पंजाब में होने वाले बड़े गुनाहों में जेल में बंद गैंगस्टर्स का हाथ होता है. सुरक्षा एजेंसियों की माने तो अब ये गैंग सिर्फ़ आम आदमी और पंजाब सरकार के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश की सुरक्षा के लिए ख़तरा साबित हो रहे हैं. ज़ाहिर है अब जेलों में पल रहे गुनाहों को बहुत जल्द रोकना होगा.

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