
यौन हिंसा की शिकार महिलाओं में मानसिक स्तर पर कुछ ऐसे बदलाव आते हैं जिसका उनके मातृत्व व्यवहार पर विपरीत असर पड़ता है.
हाल में हुए एक शोध में पाया गया कि जब कम उम्र की मादा चूहों के साथ यौन अनुभवी बड़ी उम्र के नर चूहों की जोड़ी बनायी गई तो उनमें तनाव के हार्मोन का स्तर बढ़ गया. उनकी सीखने की क्षमता कम हो गई और वे अपने बच्चों की देखभाल को लेकर कुछ उदासीन हो गईं.
रुटगर्स यूनिवर्सिटीज स्कूल ऑफ आटर्स् एंड साइंसेज के शोधदल प्रमुख ट्रेसी शोर्स के मुताबिक, यह अध्ययन बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि सभी प्रजातियों के यौन व्यवहार को समझा जाना बहुत जरूरी है. साथ ही ये भी जानने की जरुरत है कि व्यवहार में आए इस बदलाव का मतलब क्या है. ट्रेसी का मानना है कि ऐसा होने पर यौन हिंसा की शिकार महिलाओं को इससे उबरने में ज्यादा बेहतर मदद मुहैया की जा सकेगी.
यह अध्ययन साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित हुआ है.
यौन हिंसा की शिकार हुई महिलाओं में डिप्रेशन और दूसरी मानसिक बीमारियों के होने की आशंका अधिक होती है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, दुनियाभर में करीब 30 फीसदी महिलाएं अपने जीवन में किसी न किसी प्रकार की यौन हिंसा का शिकार होती हैं. खासतौर से किशोरावस्था के दौरान वे दुष्कर्म या दुष्कर्म के प्रयास या उत्पीड़न की शिकार ज्यादा होती हैं.