
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से सरकार बनाने से इनकार किए जाने के बाद राज्य में एक नया राजनीतिक समीकरण यह पैदा हो रहा है, जहां कांग्रेस के समर्थन से शिवसेना-एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) की सरकार बनने की एक संभावना बन सकती है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि शिवसेना-एनसीपी की सरकार कांग्रेस के समर्थन से बन सकती है, जिसमें विधानसभा अध्यक्ष का पद एनसीपी के पास हो सकता है.
कांग्रेस की रणनीति शरद पवार के फैसले पर निर्भर होगी, जो मंगलवार को एनसीपी विधायकों की बैठक के बाद सोनिया गांधी से मिलने वाले हैं. नवनिर्वाचित महाराष्ट्र विधानसभा में 105 विधायकों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है. जबकि शिवसेना के पास 56, एनसीपी के पास 54 और कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं.
सरकार नहीं बनाएगी बीजेपी
उधर रविवार को देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर बीजेपी नेताओं ने साफ कर दिया कि अकेले सरकार बनाने के लिए उनके पास बहुमत नहीं है. महाराष्ट्र में जनादेश गठबंधन को मिला था लेकिन शिवसेना बीजेपी का समर्थन करने को तैयार नहीं है. लिहाजा वो सरकार नहीं बना सकते. इससे पहले शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे अपने विधायकों से मिलने मुंबई के द रिट्रीट रिजॉर्ट पहुंचे. विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए यहीं रखा गया है. इन सबके बीच, बैठक में उद्धव ठाकरे ने संकेत दे दिया कि सीएम की कुर्सी पर कोई समझौता नहीं होगा. उद्धव ठाकरे ने विधायकों से कहा कि अब हम और पालकी नहीं उठाएंगे. शिवसैनिक उस पालकी में खुद बैठेंगे.
सोनिया गांधी को दी जाएगी जानकारी
दूसरी तरफ, सूत्रों से खबर है कि जयपुर शिफ्ट हो चुके कांग्रेस के विधायकों ने शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने की मांग की है. ये बैठक महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे और महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बाल थोराट की मौजूदगी में हुई. कांग्रेस विधायक सरकार को बाहर से समर्थन देने के बजाए सरकार में शामिल होना चाहते हैं. बैठक के बाद खड़गे मीडिया के सामने आए तो कहा कि कांग्रेस को विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है लेकिन ये कहना नहीं भूले कि विधायकों की राय से सोनिया गांधी को अवगत कराएंगे.
शिवसेना-कांग्रेस में तालमेल?
जहां तक शिवसेना की बात है तो वो कांग्रेस के साथ सरकार बनाने को तैयार है. संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस से राजनीतिक मतभेद हैं लेकिन वो उनकी दुश्मन नहीं है लेकिन शिवसेना और कांग्रेस मिलकर सरकार बनाते भी हैं तो उन्हें एनसीपी की भी मदद चाहिए होगी. शरद पवार के घर पर एनसीपी कोर ग्रुप की बैठक हुई. पवार ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस नेतृत्व से बातचीत के बाद ही वो कुछ कहेंगे. एनसीपी अब 12 नवंबर को बैठक के बाद फैसला करेगी.
एनडीए से बाहर होंगे केंद्रीय मंत्री?
कांग्रेस सूत्रों की मानें तो पार्टी शिवसेना से बातचीत पर तभी विचार करेगी, जब वह बीजेपी नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अलग हो जाएगी और केंद्रीय कैबिनेट में उसके एक मंत्री अरविंद सावंत इस्तीफा दे देंगे. कांग्रेस नेता हुसैन दलवई ने कहा है कि "कांग्रेस को राज्य में उपलब्ध सभी विकल्पों पर विचार करना चाहिए." ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि क्या शिवसेना एनडीए से बाहर होकर कांग्रेस-एनसीपी के साथ गठजोड़ करेगी और महाराष्ट्र में सरकार बनाएगी?