
कुछ दिनों पहले बक्सर के जिस नंदन गांव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले के वहां के स्थानीय लोगों ने जानलेवा हमला किया था. उसी नंदन गांव में जदयू के बागी नेता शरद यादव बुधवार को पहुंचे और महापंचायत लगाई. महापंचायत के दौरान शरद यादव ने स्थानीय महादलित परिवारों से मुलाकात भी की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया.
शरद यादव ने नीतीश पर आरोप लगाते हुए कहा कि नंदन गांव में जो भी विकास के कार्य हुए हैं उसमें भेदभाव किया गया है. दलित और महादलितों की अनदेखी की गई है. शरद यादव ने कहा कि सरकार के भेदभाव पूर्ण रवैया की वजह से नीतीश कुमार पर जानलेवा हमला किया गया था. इसके बाद से स्थानीय दलित और महादलित परिवारों को पुलिस के कहर का सामना करना पड़ रहा है.
शरद यादव ने यहां मांग रखी कि नीतीश कुमार के काफिले पर हमले के आरोप में जितने भी स्थानीय लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है वो सारे मामले सरकार वापस ले. नंदन गांव में न्याय संगत तरीके से विकास के कार्य किए जाएं.
नंदन गांव में आयोजित शरद यादव के महापंचायत पर जदयू ने कड़ा हमला किया है. जदयू ने कहा, जिस गांव में मुख्यमंत्री के ऊपर हमला किया जाता है उसी गांव में शरद यादव का पहुंचना ऐसा लगता है जैसे वह हमलावरों की प्रशंसा करने के लिए पहुंचे हों. पार्टी प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के काफिले के ऊपर हमला लोकतंत्र के लिए काला अध्याय है. संजय सिंह ने कहा कि अब शरद यादव के पास कोई काम नहीं बचा है और इसीलिए वह नंदन गांव पहुंचकर महापंचायत लगा रहे हैं.
गौरतलब है कि नंदन गांव में स्थानीय महादलित परिवारों ने शरद यादव से मुलाकात भी की और उनसे अपना दुख दर्द बयां किया.