
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में गुरुवार को नई सरकार का गठन हुआ. इस नई सरकार के गठन के बाद भारतीय शेयर बाजार की ऐतिहासिक शुरुआत हुई. सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स 40 हजार के पार खुला. यह भारतीय बाजार के इतिहास में पहली बार है जब सेंसेक्स की ऐसी शुरुआत हुई है.
वहीं निफ्टी भी 12000 के पार निकल गया. निफ्टी 59 अंकों की तेजी के साथ 12005 के स्तर पर कारोबार करता दिखा. इसके पहले 23 मई को एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद बाजार ने यह स्तर टच किया था. चुनावी नतीजों वाले दिन यानी 23 मई को सेंसेक्स 40,124 के स्तर पर पहुंच गया था. यह अब तक का उच्चतम स्तर है.
शुरुआती कारोबार में कोल इंडिया में सबसे अधिक 3.32 फीसदी तेजी देखने को मिली. इसी तरह एशियन पेंट, भारती एयरटेल, एचसीएल और एलएंडटी के अलावा टीसीएस के शेयर भी 1 फीसदी से अधिक बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे.इस बीच, ओएनजीसी के शेयर 1 फीसदी तक टूट गए. दरअसल, ओएनजीसी का शुद्ध लाभ मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में 31 फीसदी घटकर 4,045 करोड़ रुपये पर आ गया.
कंपनी को चौथी तिमाही के दौरान उत्पादन में कमी के साथ साथ दाम में गिरावट का भी खामियाजा भुगतना पड़ा. कंपनी के मुताबिक जनवरी- मार्च 2019 तिमाही में उसका शुद्ध लाभ इससे पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 5,915 करोड़ रुपये से घटकर 4,045 करोड़ रुपये रह गया. ओएनजीसी के अलावा एनटीपीसी, महिंद्राएंडमहिंद्रा, रिलायंस और एचयूएल के शेयर लाल निशान पर कारोबार करते देखे गए.
कोल इंडिया का मुनाफा चार गुना से अधिक बढ़ा
कोल इंडिया के शेयर में इतनी बड़ी तेजी की वजह कंपनी के नतीजे रहे. बता दें कि कंपनी का लाभ मार्च 2019 में समाप्त तिमाही में चार गुना से अधिक बढ़कर 6,024.2 करोड़ रुपये हो गया. अधिक बिक्री और कम व्यय के चलते कंपनी का मुनाफा बढ़ा है. इससे पिछले वित्त वर्ष 2017-18 की जनवरी - मार्च अवधि में कंपनी को 1302 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था. पूरे वित्त वर्ष 2018-19 में , कंपनी का शुद्ध लाभ (कर बाद मुनाफा) 148 प्रतिशत बढ़कर 17,462.18 करोड़ रुपये रहा. वर्ष 2017-18 में कंपनी का मुनाफा 7,038.44 करोड़ रुपये था.