
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन की शुरुआत रिकॉर्ड उछाल के साथ करने के बाद भारतीय शेयर बाजार एक झटके में धड़ाम से नीचे लुढ़क गया. बाजार के जानकारों का मानना था कि सुबह की रिकॉर्ड उछाल इंफोसिस के नतीजों से पहले तेजी के कारण है. हालांकि दोपहर 12 बजे के बाद जैसे ही सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जजों की प्रेस कॉन्फ्रेंस की खबर आई बाजार में गिरावट देखने को मिली. वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस में जैसे ही जजों ने संस्था को बचाने और लोकतंत्र की रक्षा की बात कही भारतीय शेयर बाजार दिन की पूरी बढ़त को गंवा बैठा.
गौरतलब है कि सुबह निफ्टी ने 30.65 अंकों की बढ़त के साथ 10681 के नये रिकॉर्ड स्तर को छुआ था. वहीं सेंसेक्स ने 97.04 अंकों की उछाल के साथ अबतक के अपने सर्वाधिक उच्चतम स्तर 34,600.53 को पार कर लिया था. लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सेंसेक्स 100 अंकों की अधिक गिरावट के साथ लाल निशान में चला गया. वहीं निफ्टी भी 30 अंकों की बढ़त को गंवाते हुए प्रेस कॉन्फ्रेस के बाद लाल निशान में जाने का काम किया.
क्या है मामला: सुप्रीम कोर्ट को बचाकर ही सुरक्षित रह सकता है लोकतंत्र: सीनियर जज
भारतीय लोकतंत्र में अप्रत्याशित कदम उठाते हुए सर्वोच्च न्यायालय के 4 सीनियर जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सुप्रीम कोर्ट को बचाने की गुहार लगाई. सुप्रीम कोर्ट जजों की तरफ से बोलते हुए वरिष्ट जज चेलमेश्वर ने कहा कि यदि सुप्रीम कोर्ट को मौजूदा व्यवस्था से नहीं बचाया गया तो देश में लोकतंत्र को बचाना मुश्किल हो जाएगा.
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प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सुप्रीम कोर्ट जज ने कहा कि वह बीते कई दिनों से चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के सामने कुछ मुद्दों को उठाते रहे हैं. लेकिन उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे पर कोई सुनवाई नहीं होने पर वह देश के सामने आकर अपनी बात रख रहे हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे जज ने कहा कि लोकतंत्र में देश के प्रति उनकी जिम्मेदारी बनती है लिहाजा वह अपनी बात सीधे देश के सामने रख रहे हैं.
गौरतलब है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जज ने कहा कि एक मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में काम करने के लिए कई जजों का एक मत था लेकिन उस काम को दूसरे ढंग से किया गया. लिहाजा, इन चारों वरिष्ठ जजों ने मांग की कि सुप्रीम कोर्ट को बचाने की कवायद की जानी चाहिए.