
पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा के द्वारा अर्थव्यवस्था को लेकर उठाए गए सवालों से मोदी सरकार बैकफुट पर हैं. खुद वित्तमंत्री अरुण जेटली भी इन सवालों को गलत बता चुके हैं. बीजेपी के 'बिहारी बाबू' शत्रुघ्न सिन्हा ने गुरुवार को यशवंत सिन्हा का समर्थन किया था, अब शुक्रवार सुबह फिर उन्होंने ट्वीट कर उनके समर्थन में आवाज़ उठाई है.
शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट किया कि लगातार उठ रहे सवालों का जवाब देने के लिए अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जनता और मीडिया के सामने आना चाहिए. उन्होंने कहा कि पीएम को एक प्रेस कान्फ्रेंस बुलानी चाहिए, जिससे कि पता लगे कि वह मिडिल क्लास लोगों को फिक्र करते हैं.
शत्रुघ्न सिन्हा ने लिखा कि आने वाले समय में गुजरात के चुनाव आने वाले हैं उससे पहले पीएम को सभी के सामने स्थिति को समझाना चाहिए. शत्रु ने कहा कि मैं यशवंत सिन्हा के सभी विचारों से सहमत हूं. और अब कई और विशेषज्ञ, नेता उनका समर्थन कर रहे हैं. हमें मुद्दे पर ध्यान रखना चाहिए.
शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट किया कि इस मुद्दे को सरकार और यशवंत सिन्हा के बीच, या फिर अरुण जेटली बनाम यशवंत सिन्हा का मुद्दा नहीं बनाना चाहिए. अगर बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी.
बता दें कि इससे पहले गुरुवार को भी शत्रुघ्न सिन्हा ने यशवंत सिन्हा का समर्थन किया था. उन्होंने कहा कि यशवंत सच्चे अर्थों में राजनेता हैं और उन्होंने सरकार को आईना दिखाया है. पूर्व वित्त मंत्री के विचारों को खारिज करने वाले, पार्टी के नेताओं पर शत्रुघ्न ने निशाना साधा और कहा कि ऐसा करना 'बचकाना' होगा क्योंकि उनके (सिन्हा के) विचार पूरी तरह से पार्टी और राष्ट्र के हित में है.
कई ट्वीट कर सरकार पर कटाक्ष करते हुए शत्रुघ्न ने यशवन्त सिन्हा की टिप्पणियों को लेकर कही जा रही बातों के संदर्भ में दावा किया कि हम सब जानते हैं कि किस तरह की ताकतें उनके पीछे पड़ी हैं.
जेटली ने किया पलटवार
आर्थिक नीति पर सवाल उठाने वाले पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा पर गुरुवार को ही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पलटवार किया. जेटली ने सिन्हा को 80 साल की उम्र में नौकरी चाहने वाला करार देते हुए कहा कि वह वित्त मंत्री के रूप में अपने रिकॉर्ड को भूल गए हैं.उन्होंने आरोप लगाया कि यशवंत सिन्हा वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के पीछे-पीछे चल रहे हैं. वह भूल चुके हैं कि कैसे कभी दोनों एक-दूसरे के खिलाफ कड़वे बोल का इस्तेमाल करते थे.