
सीबीआई ने शीना मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने के लिए रणनीति तैयार कर ली है. इस काम के लिए सीबीआई ने दो महिला आईपीएस अधिकारियों की नियुक्ति की है. जो देश के सबसे उलझे हुए इस हत्याकांड का खुलासा करने की कोशिश करेंगी. सीबीआई की एक टीम इस मामले में पूछताछ के लिए मुंबई पहुंच रही है.
महिला अधिकारियों पर जांच का जिम्मा
शीना बोरा हत्याकांड में सीबीआई ने मुकदमा दर्ज करने के बाद कार्रवाई तेज कर दी है. इस मामले को सुलझाने का जिम्मा दो महिला आईपीएस अधिकारियों को दिया गया है. इनमें से एक हैं 1989 बैच की आईपीएस नीना सिंह जो इस वक्त ज्वाइंट डायरेक्टर स्पेशल क्राइम यूनिट हैं. जबकि दूसरी हैं 2000 बैच की लता मनोज कुमार, जो इस समय स्पेशल क्राइम यूनिट-1 में डीआईजी के पद पर हैं. ये दोनों आईपीएस महिला अधिकारी राजस्थान कैडर की हैं.
आरोपियों से जेल में होगी पूछताछ
सीबीआई की एक टीम मुंबई पहुंच रही है. यह टीम इस केस में मुख्य आरोपी बनाई गई इंद्राणी मुखर्जी के अलावा दूसरे आरोपी संजीव खन्ना और श्यामवर राय से जेल में ही पूछताछ करेगी. इसके लिए सीबीआई कोर्ट से इजाजत लेगी. पूछताछ के दौरान आरोपियों से किस तरह के सवाल किए जाएंगे इसका खाका सीबीआई टीम ने तैयार कर लिया है.
पीटर मुखर्जी से भी होंगे सवाल
इंद्राणी मुखर्जी के वर्तमान पति और स्टार इंडिया के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी का नाम भी सीबीआई की लिस्ट में है. सीबीआई के अधिकारी उनसे भी सवाल जवाब करेंगे. सीबीआई केस के हर पहलू पर निगाह रखना चाहती है. इसलिए पीटर भी इसमें अहम जानकारी दे सकते हैं.
दर्ज होेंगे पुलिसवालों के बयान
जांच एजेंसी सीबीआई इस केस का हिस्सा रहे मुंबई पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों के बयान भी रिकॉर्ड करेगी. ताकि इस पूरे मामले की कडियों को एक दूसरे के साथ ठीक से जोड़ा जा सके. सीबीआई का पूरा फोकस इस बात पर होगा कि आखिर मर्डर की वजह क्या थी?
मौके पर जाएगी सीबीआई टीम
मुंबई में शीना बोरा हत्याकांड की जांच करने वाली सीबीआई की टीम उस जगह का दौरा करेगी. जहां इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. और जहां से शीना की लाश बरामद की गई है. इस बारे में मीडिया के साथ कोई जानकारी साझा नहीं की जाएगी.
मुंबई पुलिस से केस फाइल लेगी सीबीआई
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई की टीम इस हत्याकांड से जुडे दस्तावेज और जांच फाइल मुंबई पुलिस से अपने कब्जे में लेगी. ताकि अब तक इस केस में की गई हर तरह की जांच और तफ्तीश के बारे में सारे तथ्य साफ हो सकें. सीबीआई टीम के अधिकारी मुंबई पुलिस के अधिकारियों से सारी जानकारी हासिल करने के बाद ही आगे की कार्रवाई शुरु करेंगे.