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शिरडी वाले साईं बाबा की करें उपासना, पूरी होगी हर मनोकामना

साईं बाबा को एक चमत्कारी पुरुष, अवतार और भगवान का स्वरुप माना जाता है. इनको भक्ति परंपरा का प्रतीक माना जाता है. साईं बाबा का जन्म और उनसे जुड़ी दूसरी चीजें अभी अज्ञात हैं. इनका मूल स्थान महाराष्ट्र का शिरडी है, जहां पर भक्त इनके स्थान के दर्शन के लिए जाते हैं. साईं को हर धर्म में मान्यता प्राप्त है, हर धर्म के मानने वाले साईं में आस्था रखते हैं. बृहस्पतिवार के दिन विशेष रूप से साईं की उपासना की जाती है. गुरु के रूप में इनकी पूजा उपासना सबसे उत्तम होती है. शिरडी वाले साईं बाबा आपकी हर मनोकामना पूरी करेंगे. तो आइए जानते हैं कि बृहस्पतिवार को साईं की कौन सी उपासना से पूरी होगी आपकी कामना.

शिरडी वाले साईं बाबा शिरडी वाले साईं बाबा
प्रज्ञा बाजपेयी
  • नई दिल्ली,
  • 02 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 6:09 PM IST

साईं बाबा को एक चमत्कारी पुरुष, अवतार और भगवान का स्वरुप माना जाता है. इनको भक्ति परंपरा का प्रतीक माना जाता है. साईं बाबा का जन्म और उनसे जुड़ी दूसरी चीजें अभी अज्ञात हैं. इनका मूल स्थान महाराष्ट्र का शिरडी है, जहां पर भक्त इनके स्थान के दर्शन के लिए जाते हैं. साईं को हर धर्म में मान्यता प्राप्त है, हर धर्म के मानने वाले साईं में आस्था रखते हैं. बृहस्पतिवार के दिन विशेष रूप से साईं की उपासना की जाती है. गुरु के रूप में इनकी पूजा उपासना सबसे उत्तम होती है. शिरडी वाले साईं बाबा आपकी हर मनोकामना पूरी करेंगे. तो आइए जानते हैं कि बृहस्पतिवार को साईं की कौन सी उपासना से पूरी होगी आपकी कामना.

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कैसे पूरी होगी विशेष मनोकामना

- बृहस्पतिवार के दिन उपवास रखें और साईं बाबा के मंदिर जाएं

- साईं बाबा को पीले फूलों की माला अर्पित करें

- साईं के चरणों पर सिर रखकर मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करें

- निर्धनों में हलवा-पूरी का प्रसाद बांटें

साईं देंगे संपत्ति और संपन्नता

- बृहस्पतिवार के दिन व्रत रखें

- साईं बाबा के स्थान पर दीपक जलाएं और उन्हें पीली वस्तुओं का भोग लगाएं

- फिर प्रसाद निर्धनों में बांट दें और खुद भी खाएं

- इस दिन बेजुबान जानवारों के लिए भी कुछ खाने का इंतजाम करें तो उत्तम होगा

तो बृहस्पतिवार के दिन आप भी साईं बाबा की विशेष उपासना कीजिए.... और अपनी मनोकामना का भार साईं पर छोड़ दीजिए.....बहुत जल्दी पूरी होगी आपकी मनोकामना....क्योंकि साईं के दर से कोई खाली हाथ नहीं लौटता..

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