
लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा एक बार फिर से गरमा गया है. राम मंदिर निर्माण को लेकर साधु-संतों के साथ ही शिवसेना भी मोदी सरकार को चौतरफा घेर रही है. इसको लेकर बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए में सहयोगी शिवसेना लगातार मोदी सरकार पर हमला बोल रही है. अब शिवसेना सांसद संजय राउत ने राम मंदिर के लिए कानून बनाने की मांग करते हुए बीजेपी को घेरने की कोशिश की है.
संजय राउत ने कहा कि, 'हमने 17 मिनट में बाबरी तोड़ दी, तो कानून बनाने में कितना समय लगता है? राष्ट्रपति भवन से लेकर यूपी तक बीजेपी की सरकार है. राज्यसभा में ऐसे बहुत सांसद हैं, जो राम मंदिर के साथ खड़े रहेंगे. जो विरोध करेगा, उसका देश में घूमना मुश्किल होगा.'
इससे पहले राम मंदिर को लेकर शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि हर किसी के खाते में 15 लाख रुपये देने की तरह ही क्या राम मंदिर भी बीजेपी का एक चुनावी जुमला है? ठाकरे ने कहा था, 'अब जब हम इस मुद्दे को उठा रहे हैं, तो हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि राम मंदिर हकीकत में बनाया जाए. क्योंकि राम मंदिर निर्माण का मुद्दा सिर्फ चुनाव के दौरान आता है और चुनाव के खत्म होने के बाद इसे भुला दिया जाता है.'
बता दें कि राम मंदिर के मुद्दे पर शिवसेना काफी समय से बीजेपी को निशाना बनाती आ रही है. राम मंदिर की मुहिम को धार देने के लिए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे 25 नवंबर को अयोध्या जा रहे हैं. वो वहां रामलला के दर्शन करने के साथ ही सरयू तट पर पूजा अर्चना करेंगे. अयोध्या जाने से पहले उद्धव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ हो जाना चाहिए.