
शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के जरिए आतंकवाद के मसले पर नई चर्चा शुरू की है. सोमवार को छपे संपादकीय में पार्टी ने 'भगवा आतंकवाद' को खारिज करते हुए लिखा है कि भारत में आतंकवाद का सिर्फ एक ही रंग है और वह है हरा.
लेख में कांग्रेस पर वार करते हुए लिखा गया है कि देश में हिंदु आतंकवाद का नारा कांग्रेस ने लगाया और इस कारण पाकिस्तान को लाभ हुआ. सामना ने लिखा है, 'आतंकवाद का कोई जाति अथवा धार्मिक रंग नहीं हुआ करता. परंतु हिंदुस्तान में आतंकवाद का रंग हरा है. पाकिस्तान की तुलना में इस हरे आतंक को कहीं ज्यादा पालने-पोसने का काम कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने किया. देश में हिंदु आतंकवाद का नारा कांग्रेस ने लगाया. कांग्रेसियों की हिंदु आतंकवाद की राजनीति ने पाकिस्तानी षडयंत्र को बल दिया.'
राजनाथ की प्रशंसा
शिवसेना ने अपने लेख में गृह मंत्री राजनाथ सिंह की प्रशंसा करते हुए लिखा है कि उन्होंने यूपीए सरकार के इस पापाचार पर जबरदस्त प्रहार किया. शिवसेना का दावा है कि समझौता एक्सप्रेस में हुए विस्फोट और मालेगांव बम कांड का आरोप हिंदुत्ववादियों के सिर मढ़ा गया है और इस तरह हिंदु आतंकवाद की बिजूका कांग्रेस और उनके बगल बच्चों ने खड़ा किया है.
शिवसेना ने आगे लिखा है कि कांग्रेस सरकार ने अपनी प्रतिमा को धर्मनिरपेक्ष और निष्पक्ष साबित करने के चक्कर में एक तरह से पाकिस्तान के ही हाथों को मजबूती दी है. सामना ने लिखा है, 'कांग्रेस द्वारा आतंकवाद को भगवा रंग देकर हिंदुस्तान में धर्मांध वोटों की राजनीति करना कुटिल और मतलबी दांव था.'
देश के साथ की बेइमानी
लेख में लिखा गया है कि हिंदुओं को आतंकवादी साबित कर पाकिस्तान प्रायोजित हरे आतंकवाद पर पर्दा डाला गया और यह देश के साथ बेइमानी थी. सामना ने लिखा है, 'ये हिंदु राष्ट्र है. इस हिंदु राष्ट्र में हिंदुओं को आतंकवाद फैलाने का कोई कारण नहीं है. आतंकवाद को धर्म का रंग देने वाले देश के दुश्मन हैं. राजनाथ सिंह ने उन्हें आईना दिखाने का काम किया है.'
शिवसेना ने यह भी लिखा है कि देश में मुस्लिम युवकों के दिमाग गरम कर उन्हें इस्लाम या जिहाद के नाम पर आतंकवादी कृत्य में दुरुपयोग करने का काम पाकिस्तान किया करता है. इस देश के सारे मुसलमानों पर यह आरोप हमने न तो लगाया न ही लगाने वाले हैं.