
समाजवादी पार्टी में शीर्ष स्तर पर चाचा-भतीजे की लड़ाई अब सुलह की ओर बढ़ती दिख रही है. सूत्रों की माने तो लंबे समय तक चली लड़ाई खत्म होने के आसार हैं और अब शिवपाल यादव को सपा का राष्ट्रीय महासचिव बनाया जा सकता है.
पिछले कुछ दिनों से शिवपाल यादव लगातार इस बात के इशारे कर रहे हैं कि उनके और भतीजे अखिलेश यादव के बीच की लड़ाई अब खत्म हो चुकी है. परिवार में सब कुछ ठीक-ठाक हो चुका है. राज्यसभा के वोटिंग के दौरान भी आजतक से खास बातचीत में शिवपाल ने कहा था कि परिवार के झगड़े अब खत्म हो चुके हैं.
हो गई सुलह !
समाजवादी पार्टी के अंदरूनी सूत्रों की माने तो यह लगभग तय हो चुका है शिवपाल यादव को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया जाएगा, इस बात की औपचारिक घोषणा होना बाकी है.
दरअसल शिवपाल के तेवर सपा-बसपा गठबंधन के बाद ढीले पड़े हैं क्योंकि मुलायम सिंह यादव भी पहले दिन से इसी गठबंधन के पक्ष में थे और शिवपाल को भी इस गठबंधन में बड़ी उम्मीदें दिखाई दे रही हैं.
शिवपाल के करीबी सूत्रों के मुताबिक अखिलेश और शिवपाल के बीच दो दौर की बातचीत भी हो चुकी है. अखिलेश को भी लगता है कि पारिवारिक कलह ने विधानसभा चुनाव में पार्टी को भारी नुकसान पहुंचाया था, ऐसे में परिवार को साथ लेकर चलना जरूरी है.
जिद छोड़ेंगे शिवपाल!
आने वाले दिनों में उस फार्मूले के तहत काम हो सकता है जिसमें शिवपाल, मुलायम सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग छोड़ देंगे और अखिलेश का नेतृत्व स्वीकार कर लेंगे. पार्टी सूत्रों की मानें तो जल्द ही शिवपाल को राष्ट्रीय महासचिव बनाने का ऐलान हो सकता है.
हालांकि शिवपाल यादव के समर्थकों में इस बात की आशंका है कि एक बार राष्ट्रीय महासचिव का पद ले लेने के बाद शिवपाल की पुरानी धाक पार्टी में वापस नहीं आ पाएगी.