
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दूसरे दिन अपना उपवास तोड़ दिया. शिवराज राजधानी भोपाल के दशहरा मैदान में उपवास पर बैठे थे. शनिवार को उन्होंने प्रदेश में शांति बहाली न होने तक उपवास पर रहने का ऐलान किया था. शिवराज सिंह शनिवार को 11 बजे अनशन पर बैठे थे. रविवार को दोपहर करीब 2 बजे उन्होंने अपना अनशन तोड़ दिया. उपवास तोड़ने के दौरान शिवराज सिंह ने कहा कि राज्य में शांति की बहाली हो गई है और किसान के साथ उनकी सरकार खड़ी है.
वहीं दूसरी तरफ किसानों का गुस्सा जारी है. किसानों ने आज पूरे प्रदेश में चक्का जाम और जेल भरो आंदोलन की चेतावनी दी है. हालांकि, इस बीच मंदसौर में हालात सामान्य करने की कोशिश की जा रही है. प्रशासन ने सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी है. इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और मध्य प्रदेश के बड़े नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि किसान उस पानी को पीना चाहते हैं, जिससे शिवराज पैर धोते हैं.
सिंधिया का सत्याग्रह
प्रदेश में शांति बहाली के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने उपवास किया. कांग्रेस इस मुद्दे को भुनाने की हम मुमिकन कोशिश कर रही है. अब कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किसानों के समर्थन सत्याग्रह का ऐलान किया है. सिंधिया ने 14 जून से भोपाल में 72 घंटों के सत्याग्रह की घोषणा की है. सिंधिया ने बताया इससे पहले 12 जून को इंदौर में और 13 जून को मंदसौर में घायल किसानों और मारे गए किसानों के परिजनों से मिलेंगे.
शनिवार को भी कई जगहों पर हिंसा
राज्य में जगह-जगह शनिवार को भी किसानों का प्रदर्शन जारी रहा. राजगढ़ जिले में प्रदर्शनकारी किसानों ने नरसिंहगढ़ हाईवे जाम कर दिया तो भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. सिहोर में सड़क पर उतरे किसानों के हुजूम ने सुरक्षा के तमाम ऐहतियात के बावजूद ट्रक को आग के हवाले कर दिया गया. सिहोर में आगजनी के बाद भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे. रायसेन में किसानों के समर्थन में कांग्रेस ने प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला जलाया.
बता दें कि कर्ज माफी समेत समर्थन मूल्यों जैसी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर 6 जून को मंदसौर में पुलिस ने फायरिंग कर दी थी. पुलिस फायरिंग में 6 किसानों की मौत हो गई थी. जिसके बाद किसानों के आंदोलन ने और उग्र रूप ले लिया था. पूरे प्रदेश में किसानों का प्रदर्शन अब भी जारी है.