
शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ एअर इंडिया के कर्मचारी के साथ मारपीट के बाद सुर्खियों में हैं. लेकिन ये पहला मौका नहीं है जब वो इस तरह के विवाद में फंसे हैं.
जब मुस्लिम कर्मचारी से की जबरदस्ती..
रवींद्र विश्वनाथ राव गायकवाड़ जून 2014 में भी ऐसे ही कारणों से चर्चा में आए थे. उस वक्त शिवसेना के 11 सांसदों पर महाराष्ट्र सदन में एक मुस्लिम कर्मचारी का रोजा जबरदस्ती तोड़ने का आरोप लगा था. सांसद कैटरिंग सुपरवाइजर अरशद से इसलिए नाराज थे क्योंकि उन्हें पसंदीदा व्यंजन नहीं मिले. इसके बाद IRCTC ने महाराष्ट्र सदन में सेवाएं बंद कर दी थीं. इन 11 सांसदों में गायकवाड़ भी शामिल थे.
DSP भी हुए दादागीरी का शिकार
गायकवाड़ की दादागीरी की आदत नई नहीं है. ताजा विवाद के बाद उनका एक और वीडियो सामने आया है. वीडियो में वो उस्मानाबाद के डीएसपी के साथ बदतमीजी करते नजर आए हैं. दरअसल गायकवाड़ जिला परिषद अध्यक्ष चुनाव के सिलसिले में अपने संसदीय क्षेत्र गए थे और डीएसपी चंद्रकांत खंडवी को अपनी पार्टी के 2 नेताओं को खोजकर लाने का आदेश दिया. दोनों नेता जिला परिषद अध्यक्ष चुनने के लिए वोट डालने वाले थे. लेकिन जब डीएसपी वक्त पर दोनों नेताओं को खोजकर नहीं ला सके तो उन्हें गायकवाड़ के गुस्से का शिकार होना पड़ा.
दर्ज हैं दर्जनों केस
चुनाव आयोग को सौंपे हलफनामों पर गौर करने से भी गायकवाड़ का विवादित इतिहास सामने आता है.
साल 2009 के आम चुनाव में उन्होंने जो हलफनामा दिया, उसके मुताबिक उन पर 28 केस दर्ज हैं. साल 2014 के हलफनामे में इनकी संख्या कुछ ही कम हुई.