Advertisement

हाई अलर्ट पर एयरफोर्स का पश्चिमी कमांड, मंत्रालय ने दिए संदिग्ध को देखते ही गोली मारने के आदेश

रक्षा मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायुसेना पश्चि‍मी कमांड के 54-55 एयरबेस पर सुरक्षा चाक-चौबंद करने वाली है.

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर
स्‍वपनल सोनल
  • नई दिल्ली,
  • 03 फरवरी 2016,
  • अपडेटेड 11:18 AM IST

पठानकोट एयरबेस पर बीते दिनों आतंकी हमले से सबक लेते हुए रक्षा मंत्रालय ने पश्चि‍मी कमांड के सभी एयरबेस को हाई अलर्ट जारी किया है. यही नहीं मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि किसी भी एयरबेस पर बिना अधि‍कार किसी के भी प्रवेश पर सख्त पाबंदी लगा दी गई है, साथ ही ऐसे किसी भी व्यक्ति‍ को देखते ही गोली मार देने के आदेश जारी किए गए हैं.

Advertisement

रक्षा मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायुसेना पश्चि‍मी कमांड के 54-55 एयरबेस पर सुरक्षा चाक-चौबंद करने वाली है. इन एयरबेस पर रणनीतिक संपत्ति‍ रखी हुई हैं. सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही इस ओर सेना और पारा मिलिट्री फोर्स के साथ नियमित अभ्यास के साथ ही क्वि‍क रिएक्शन टीम बनाने की कवायद भी शुरू हो गई है.

मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि सरकार पठानकोट से सीख लेते हुए बहुत जल्द सभी एयरबेस को सुरक्षित करने के साथ ही किसी भी स्थि‍ति से निपटने के लिए सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में जुट गई है.

पठानकोट हमले में सात जवान हुए थे शहीद
गौरतलब है कि 2 जनवरी को तड़के 3:30 बजे पाकिस्तान से आए जैश-ए-मोहम्मद के छह आतंकियों ने पठानकोट में आतंकी हमला किया था. इसमें सुरक्षाबलों के सात जवान शहीद हो गए थे, जबकि लंबे चले ऑपरेशन के बाद सभी छह आतंकियों को मार गिराया गया था. इस हमले के बाद एयरफोर्स चीफ और सरकार ने बयान दिया था कि आतंकियों के निशाने पर वायुसेना के जहाज, हथि‍यार और बड़े अधि‍कारी थे.

Advertisement

6-8 हजार करोड़ का आएगा खर्च
भारतीय वायुसेना ने सभी एयरबेस की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए उच्च तकनीक वाले सुरक्षा उपकरणों की भी मांग की है. बताया जाता है कि इसके लिए वायुसेना की ओर से 6000 से 8000 करोड़ के खर्च का आकलन किया गया है. इसके अलावा गरुड़ कमांडो की 10 अतिरिक्त स्क्वाड्रनों तैनाती की जाएगी, जिनमें से हर में 1000 जवान होंगे. देशभर में वायुसेना उड़ान और गैर उड़ान वाले प्रतिष्ठानों की संख्या 950 है. बताया जाता है कि ये फैसले वायुसेना की ओर से हाल ही आयोजित एक सुरक्षा बैठक में किए गए हैं. इनमें एयरबेस के चारों ओर बिजली के कटीली तारों वाली बाड़ भी लगाई जाएगी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement