
सियाचिन ग्लेशियर और जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तैनात सैनिकों ने गुरुवार अपना अमूल्य वोट दिया. चुनाव आयोग ने दूर इलाकों में तैनात सेना के जवानों के लिए यह विशेष सुविधा प्रदान की थी. जिसमें सेना के जवानों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया.
रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि सियाचिन और जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तैनात भारतीय सेना के जवानों ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हिस्सा लेकर अपने जिम्मेदार नागरिक होने का कर्तव्य पूरा किया. प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह की नई पहल में चुनाव आयोग ने दूरदराज और विषम स्थानों में तैनात जवानों के लिए ऑनलाइन मतपत्र डाउनलोड करने तथा वोट देने और इन्हें अपने संबंधित निर्वाचन अधिकारी को पोस्ट करने की सुविधा भी दी है. प्रवक्ता ने कहा कि सैनिकों ने संसदीय चुनाव में वोट देकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया की मजबूती को दर्शाया है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में हिस्सा लेकर अपना विशेष योगदान भी दिया हैं.
बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान सम्पन्न हो गया. देश के 18 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 91 सीटों पर मतदान हुआ. पहले चरण में सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा के मतदाताओं ने उत्साह दिखाया. बिहार में सबसे कम वोटिंग हुई. जम्मू-कश्मीर की दो सीटों पर 54.49 प्रतिशत मतदान हुआ.