
AIADMK प्रमुख शशिकला को जेल में मिल रहे वीवीआईपी ट्रीटमेंट के मुद्दे पर एक बड़ा खुलासा हुआ है. एक रिपोर्ट में सामने आया है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ही शशिकला को कुछ सुविधा देने के लिए कहा था. सिद्धारमैया ने डीजी जेल को कहा था कि शशिकला को कोट, तकिया और बेड मुहैया कराया जाए.
विनय कुमार कमेटी की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि सीएम सिद्धारमैया की ओर से अनुमति मिलने के बाद ही डीजी जेल सत्यनारायण राव ने शशिकला को ये सुविधाएं उपलब्ध करवाई थीं. गौरतलब है कि अभी कुछ ही दिनों पहले ही सिद्धारमैया ने IPS डी. रूपा की रिपोर्ट को स्वीकार किया था और इसपर जांच के आदेश दिए थे.
रिपोर्ट में कहा गया है कि जेल की ओर से बताया गया था कि शशिकला को एक साधारण कैदी की तरह ही सुविधाएं दी जा रही थीं. लेकिन जब यह जवाब राज्य के गृह विभाग तक पहुंचा तो उसके एक महीने बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपने पीए वेंकटेश के जरिए कहा था कि शशिकला को कोट, तकिया और बेड मुहैया कराने की बात कही थी.
IPS रूपा के खुलासे के बाद यह सामने आया था कि शशिकला जेल से बाहर जा रही थी. उस दौरान एक फुटेज सामने आई थी, जिसमें शशिकला को जेल से बाहर जाते हुए देखा गया था. डी. रूपा ने दावा किया था कि जेल के ही कुछ लोग इसमें शामिल थे और शशिकला की मदद कर रहे थे. कर्नाटक सरकार ने अब रूपा की अपील को स्वीकार किया है और रिपोर्ट पर जांच बैठाने की बात कही है.
रूपा ने डीजीपी सत्यनारायण पर आरोप लगाए थे कि किचन बनवाने के लिए जेल वालों ने 2 करोड़ रुपये लिए थे. इसके अलावा उन्होंने कई अवैध गतिविधियां होते देखीं गई थीं. उनके मुताबिक़ उन्होंने 25 कैदियों का ड्रग टेस्ट किया जिसमें 18 को ड्रग पॉजिटिव पाया गया.