
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर केंद्र की मोदी सरकार सिंगल यूज प्लास्टिक की छुट्टी करने जा रही है. इसके मद्देनजर देश में इन दिनों कई जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं. इस बीच देश के स्कूलों और कॉलेजों में भी प्लास्टिक के खतरों को लेकर लोगों को अवगत कराया जा रहा है. वहीं राजधानी दिल्ली में प्लास्टिक के खतरों से लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं.
भारत में 2 अक्टूबर से सिंगल यूज प्लास्टिक बैन होने जा रहा है. इसके मद्देनजर सीमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (CMA) ने स्कूली बच्चों के बीच प्लास्टिक के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए दिल्ली में अपने अभियान की शुरुआत की. 'स्वछता ही सेवा' मिशन के तहत पहले चरण में CMA और उसकी सदस्य कंपनियों के जरिए स्कूली छात्रों के बीच ये जागरूकता अभियान चलाया गया.
अभियान के तहत दिल्ली के सेंट थॉमस स्कूल के बच्चों को कहानी के माध्यम से प्लास्टिक के खतरों के बारे में जानकारी दी गई. इसको लेकर CMA की महासचिव अपर्णा दत्त शर्मा ने बताया कि CMA भारत सरकार की स्वच्छता ही सेवा पहल में भागीदारी कर रही है. उन्होंने बताया कि हमारे सदस्य स्कूलों समेत आसपास के क्षेत्रों में प्लास्टिक के खिलाफ जागरूकता अभियान चला रहे हैं.
जामिया भी प्लास्टिक फ्री
इसके अलावा दिल्ली में मौजूद जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने भी प्लास्टिक इस्तेमाल को लेकर बड़ा फैसला किया है . महात्मा गांधी के जन्म दिवस 2 अक्टूबर से पूरे परिसर को प्लास्टिक फ्री करने का फैसला किया गया है. इस नये बदलाव के तहत जामिया के पूरे परिसर, हॉस्टलों, सभी कैंटीन, दुकानों और कॉफी हाउस पर प्लास्टिक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.