
सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय में चले सर्च ऑपरेशन में बाबा के अस्पताल को लेकर नया खुलासा हुआ है. जांच के दौरान डेरे में अवैध गर्भपात क्लिनिक होने का भी पता चला है. तलाशी अभियान के दौरान खुलासा हुआ है कि अस्पताल के नाम पर गुरमीत मानव अंगों का काला कारोबार भी चलाता था. इतना ही नहीं डेरे के अंदर ही स्किन ट्रांसप्लांट यूनिट भी मिली, जहां गैर कानूनी तरीके से स्किन ट्रांसप्लांट किया जाता था.
सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल की आड़ में बाबा के ऐसे कामों की अच्छी खासी फेहरिस्त है. जिसमें जुर्म ऐसे ऐसे दर्ज हैं कि आपको उसकी पिछली करतूतें उसके सामने छोटी नज़र आएंगीं. बाबा का सबसे बड़े जुर्म ये था कि वो अपने भक्तों का यकीन तोड़ता था. फिर उनके साथ कुछ ऐसा करता था कि उन्हें कहीं का नहीं छोड़ता था. मरते क्या न करते. फिर बाबा के ही होकर रह जाते. अब बाबा के अस्पताल का एक दूसरा चेहरा भी देख लीजिए.
जीवन की रक्षा के लिए हर पल तैयार. शाह सतनाम जी स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल. ये राम रहीम के हॉस्पिटल की टैगलाइन थी. बाहर से किसी शॉपिंग मॉल जैसा लुक और अंदर होटल जैसी सुविधाएं. मगर चैरिटी के नाम पर इस हॉस्पिटल की आड़ में जो कुछ चल रहा था. उसके खुलासे ने बाबा की इंसानियक के ढोंग का पर्दाफाश कर दिया है.
महंगी मशीनों से सस्ते टेस्ट और डॉक्टरों की सस्ती दवाओं के चक्कर में बाबा के अस्पताल में लोगों की भीड़ इस बात से हमेशा अंजान रही कि चैरिटी की आड़ में बाबा के डॉक्टर मरीज़ों के शरीर से कैसा खिलवाड़ कर रहे हैं. बाबा के बाहर रहते हुए जो मुमकिन हो नहीं सकता था. अब उसके जेल जाने के बाद वो खुलासे होने शुरू हो गए हैं. ये वो सच हैं जो उनके पूर्व भक्तों ने इस अस्पताल की आड़ में होते हुए देखा था.
आरोप तो ये भी हैं कि डेरा में चल रहे अस्पतालों में चैरिटी के नाम पर मानव अंगों की तस्करी का रैकेट भी चलता था. इस आरोप के पीछे राम रहीम का वो खेल है, जो वो शपथ पत्र के नाम पर अपने समर्थकों के साथ खेलता था. डेरा में आने वाले लोगों से बकायदा शपथ पत्र लिया जाता था कि अगर डेरा उनकी मौत हो गई तो उनका शव परिवार वालों को नहीं सौंपा जाएगा बल्कि मेडिकल रिसर्च के लिए दान कर दिया जाएगा.
डेरे में सालों गुज़ार चुके पूर्व सेवादार गुरुदास सिंह के मुताबिक डेरा में चैरिटी के नाम पर इस अस्पताल से मानव अंगों की तस्करी का रैकेट चलता था. इन मानव अंगों को बाबा देश विदेश में अच्छी खासी कीमत पर सौदा किया करता था. बाबा के पूर्व भक्तों के मुताबिक अस्पताल में इस गोरखधंधे को बहुत ही गुपचुप तरीके से अंजाम दिया जाता था.
सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के अंदर बाबा के कहने पर एक मॉर्चरी यानी मुर्दाघर भी बनाया गया था. जहां सिर्फ खास लोगों के अलावा डॉक्टरों को जाने की ही इजाज़त थी. अब जैसे जैसे अस्पताल में हुई काली करतूतों की हकीकत सामने आती जा रही है. वैसे वैसे मरीज़ों का यकीन बाबा के इस फाइव स्टार हॉस्पिटल से उठता जा रहा है.