
सिरसा में डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपासना इंसा से एसआईटी के इंचार्ज ने सोमवार को करीब सवा तीन घंटे तक गहन पूछताछ की. डीएसपी कुलदीप बैनीवाल ने पंचकूला और सिरसा के शाहपुर बेगू और मिल्क प्लांट में हुई आगजनी और दंगों को लेकर विपासना से सवाल जवाब किए. इससे पहले भी उसको पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन तब तबीयत खराब होने का हवाला देकर नहीं आई थी.
गुरमीत राम रहीम के जेल जाने के बाद उसके तमाम राज बेपर्दा हो रहे हैं. एक तरफ पुलिस उसकी खास हनीप्रीत को शिद्दत से तलाश कर रही है, तो दूसरी तरफ एसआईटी ने डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपासना इंसा पर भी शिकंजा कस दिया है. सोमवार को एसआईटी के डीएसपी कुलदीप बैनीवाल ने विपासना को सिरसा की हुडा पुलिस चौकी में बुलाकर बंद कमरे में उनसे पूछताछ की.
इससे पहले पूछताछ के लिए विपासना को धारा 160 के तहत नोटिस देकर रविवार को भी तलब किया गया था, लेकिन अपनी तबीयत खराब होने का हवाला देकर विपासना रविवार को पूछताछ के लिए नहीं आईं थी. सोमवार को गहन पूछताछ करीब सवा तीन घंटे तक चली. इस दौरान पंचकूला और सिरसा में हुई हिंसा और आगजनी के संबंध में विपासना से सवाल किए गए.
पूछताछ खत्म हो जाने के बाद डीएसपी बैनीवाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि सिरसा डेरे में 25 और 26 अगस्त को हनीप्रीत के आने को लेकर जानकारी जुटाई गई है. वहीं विपासना इंसा से आदित्य इंसा के बारे में भी सवाल पूछे गए हैं.
डीएसपी ने बताया कि गांव बेगू के बिजली घर और वीटा मिल्क प्लांट में आगजनी और सिरसा में हुई हिंसा के बारे में भी पूछताछ की गई है. बैनीवाल ने कहा कि जो जानकारी उन्हें मिली है, उसकी सत्यता जांची जाएगी. अगर जरूरत पड़ी तो विपासना इंसा से दोबारा भी पूछताछ की जाएगी.
विपासना से हुई पूछताछ में खुलासा हुआ है कि हनीप्रीत 25, 26 अगस्त की रात को सिरसा डेरे में आई थी. हनीप्रीत सिर्फ एक बार ही सिरसा आई थी. उसके बाद वह कहां है, उन्हें नहीं पता है. उन्होंने साफ किया कि इस मामले में विपासना से आगे भी पूछताछ की जा सकती है.
बताते चलें कि विपासना इंसा और हनीप्रीत के बीच छत्तीस का आंकड़ा माना जाता है. एक तरफ जहां हनीप्रीत ने खुद को गुरमीत राम रहीम की असली वारिस होने का ऐलान कर डाला था. वहीं गुरमीत के जेल जाने के बाद से विपासना कहती आ रही है कि हनीप्रीत का डेरा सच्चा सौदा से कोई लेना देना नहीं है और ना ही उसकी डेरे में कोई हिस्सेदारी है.
साफ है कि डेरे के मालिकाना हक को लेकर विवाद है. खुद विपासना भी नहीं चाहती कि हनीप्रीत का अब डेरे में कोई दखल हो. इसी खींचतान के बीच हनीप्रीत को ढूंढना पुलिस के लिए बड़ा सिरदर्द बना हुआ है. लुक आउट नोटिस जारी करने के बावजूद भी पुलिस हनीप्रीत का कोई सुराग नहीं लगा पाई है.