
बिहार के सीतामढ़ी में अंधविश्वास की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां तीन व्यक्ति अंधविश्वास के चक्कर में आ गए और बेटे की चाहत में अपनी भाभी की बलि चढ़ा दी. इस पूरी घटना से सीतामढ़ी के लोग हैरान हैं. आधुनिक विज्ञान के इस दौर में भी अंधविश्वास कितना हावी है, इसका उदाहरण सीतामढ़ी जिले की ये घटना है.
बताया जा रहा है कि एक ओझा (तांत्रिक) के बहकावे में आकर तीनों देवरों ने अपनी भाभी का कत्ल कर डाला. यह घटना डुमरा थाना के शिवहर गांव की है. शिवहर गांव में 8 अक्टूबर की रात अनिल मुखिया, सुनील मुखिया और वीर मुखिया ने तांत्रिक के कहने पर अपनी भाभी सुनीता देवी की बलि चढ़ा दी.
उधर, इस वारदात की खबर जैसे ही स्थानीय थाना की पुलिस को मिली, उसने कार्रवाई करते हुए तीनों देवरों को गिरफ्तार कर लिया है. मृत महिला के पति भगवान लाल मुखिया ने बताया, 'मेरे दो बच्चे हैं, जबकि छोटे भाई सुनील की कोई संतान नहीं है. वह बेटे की चाहत में लगातार ओझा-तांत्रिक के चक्कर लगा रहा था. इस बीच सुनील को धबौली के रहने वाले तांत्रिक विनोद राम के बारे में पता चलता है कि वो अपने तंत्र-मंत्र से बच्चा पैदा करवा सकता है.'
मृत महिला के पति ने बताया कि तांत्रिक से जब सुनील मिला, तो उसने बताया कि तुम्हारी भाभी डायन है. जब तक उसकी बलि नहीं चढ़ाओगे, तब तक तुम्हें संतान-सुख की प्राप्ति नहीं हो सकती है. तांत्रिक की बात को सच मानकर सुनील अपने दोनों भाइयों के साथ मिलकर भाभी सुनीता देवी की बलि चढ़ाने की प्लानिंग बनाई.
सोमवार की रात सुनील के घर तांत्रिक पहुंचता है और कर्मकांड के बाद तीनों भाई मिलकर तेज धारदार हथियार से सुनीता की गला रेतकर हत्या कर देते हैं. सीतामढ़ी के सदर डीएसपी डॉ. कुमार वीर धीरेन्द्र ने बताया कि हत्या की इस वारदात की सभी पहलुओं से जांच की जा रही है. वारदात में शामिल तीनों भाइयों और तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया गया है.